Tata Trusts Small Animal Hospital : टाटा समूह (Tata Group) लगातार समाज कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं चलता रहता है। इसी कड़ी में समूह के अध्यक्ष रतन टाटा (Ratan Tata) ने अपना एक और प्रिय प्रोजेक्ट यानी पेट प्रोजेक्ट (Pet Project) पूरा कर लिया है। टाटा समूह लगभग 165 करोड़ रुपये की लागत से 2.2 एकड़ में बनें जानवरों के 24 घंटे चलने वाले अस्पताल (Animal Hospital) को शुरू करने जा रहा है। मुंबई में बनें हॉस्पिटल को बेजुबानों की मदद के लिए मार्च के पहले हफ्ते से खोल दिया जाएगा।
Tata Trusts Small Animal Hospital : टाटा समूह (Tata Group) लगातार समाज कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं चलता रहता है। इसी कड़ी में समूह के अध्यक्ष रतन टाटा (Ratan Tata) ने अपना एक और प्रिय प्रोजेक्ट यानी पेट प्रोजेक्ट (Pet Project) पूरा कर लिया है। टाटा समूह लगभग 165 करोड़ रुपये की लागत से 2.2 एकड़ में बनें जानवरों के 24 घंटे चलने वाले अस्पताल (Animal Hospital) को शुरू करने जा रहा है। मुंबई में बनें हॉस्पिटल को बेजुबानों की मदद के लिए मार्च के पहले हफ्ते से खोल दिया जाएगा।
दरअसल, रतन टाटा (Ratan Tata) के इस प्रिय प्रोजेक्ट को लेकर एक घटना है, जिसने उन्हें प्रेरित किया। उन्होंने एक वाकया याद करते हुए बताया कि उनका कुत्ता बीमार हो गया था। वह उसे ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट के लिए अमेरिका की मिनिसोटा यूनिवर्सिटी (University of Minnesota) ले गए। हालांकि, हमें बहुत देर हो चुकी थी और डॉक्टरों ने रतन टाटा के प्रिय पालतू जानवर के ज्वॉइंट को एक निश्चित स्थिति में फिट कर दिया। इसके बाद उनके दिमाग में वह विचार आया कि मुंबई में भी एक वर्ल्ड क्लास जानवरों का हॉस्पिटल होना चाहिए। हालांकि, वह इस हॉस्पिटल पर काम रिटायरमेंट के बाद ही शुरू कर पाए।
बता दें कि मुंबई स्थिति टाटा समूह (Tata Group) का यह हॉस्पिटल पशुओं को गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य देखभाल देगा। जिसके लिए हॉस्पिटल में विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस अस्पताल में फेमस पशु चिकित्सक होंगे, तो प्रशिक्षित नर्सों और तकनीशियनों द्वारा स्पेशल ट्रीटमेंट पर फोकस किया जाएगा। ग्रेटर मुंबई नगर निगम द्वारा आवंटित भूमि पर बनकर तैयार हुआ, यह अपनी तरह का पहला अस्पताल है, जो 2.2 एकड़ में फैला हुआ है।
रतन टाटा के 5 मंजिला इस पशु अस्पताल में 200 से अधिक बिस्तरों की क्षमता है। इस अस्पताल की जिम्मेदारी ब्रिटेन के मशहूर वेट डॉक्टर थॉमस हीथकोट को सौंपी गई है। इस अस्पताल का रॉयल वेटनरी कॉलेज, लंदन (Royal Veterinary College, London) समेत 5 मशहूर ब्रिटिश अस्पतालों से टाई अप भी है। इसमें आवारा कुत्तों की देखभाल के लिए भी एक एनजीओ खोला गया है।