कोरोना की दूसरी लहर में टूरिज्म सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। कोरोना की रफ्तार कम होते ही एक अच्छी खबर आ रही है। कैबिनेट मीटिंग में अब हिमाचल में आने के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता खत्म कर दी है। हिमाचल कैबिनेट की मीटिंग में तय किया गया कि कोरोना की आरटीपीसीआर रिपोर्ट की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है।
शिमला। कोरोना की दूसरी लहर में टूरिज्म सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। कोरोना की रफ्तार कम होते ही एक अच्छी खबर आ रही है। कैबिनेट मीटिंग में अब हिमाचल में आने के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता खत्म कर दी है। हिमाचल कैबिनेट की मीटिंग में तय किया गया कि कोरोना की आरटीपीसीआर रिपोर्ट की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है।
हालांकि, प्रदेश में प्रवेश के लिए कोविड ई-पास पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अब भी जरूरी है। पास संबंधित क्षेत्र के एसडीएम से मंजूर होना चाहिए। इस फैसले से सबसे ज्यादा राहत सूबे के होटल संचालकों को मिली है। बता दें कि, अब प्रदेश में 14 जून से कोरोना कर्फ्यू शाम पांच बजे से सुबह पांच बजे तक रहेगा और धारा 144 खत्म कर दी गई है।
सुबह नौ से शाम पांच बजे तक सभी दुकानें खुलेंगी। बता दें कि, कोरोना महामारी की दूसरी लहर में सबसे ज्यादा असर हिमाचल प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र पर पड़ा है। शिमला, मनाली, धर्मशाला और डलहौजी में पर्यटन गतिविधियां ठप पड़ी थीं। हालांकि, पिछले एक सप्ताह से सैलानी हिमाचल पहुंच रहे हैं। अब पर्यटकों की संख्या बढ़ने से न सिर्फ व्यवसायिक संस्थानों में रौनक बढ़ जाएगी।