सनातन धर्म में राधा-कृष्ण के प्रेम को पूजा जाता है। पौराणिक ग्रथों के अनुसार, फुलेरा दूज को राधा-कृष्ण के प्रेम के प्रतीक के रूप् में मनाया जाता है। ज्योतिष ष्षास्त्र में फुलेरा दूज के दिन अबूझ मुहूर्त पड़ता है।
Phulera Dooj 2023 ke Upay : सनातन धर्म में राधा-कृष्ण के प्रेम को पूजा जाता है। पौराणिक ग्रथों के अनुसार, फुलेरा दूज को राधा-कृष्ण के प्रेम के प्रतीक के रूप् में मनाया जाता है। ज्योतिष में फुलेरा दूज के दिन अबूझ मुहूर्त पड़ता है। अबूझ मुहूर्त के दिन कोई भी मांगलिक कार्य बिना मुहूर्त देखे भी कर सकते हैं। फुलेरा दूज के दिन भगवान कृष्ण और मां राधा की पूजा की जाती है। कहते हैं इस दिन राधा-कृष्ण का पूजन करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। गृहस्थ जीवन में दांपत्य की खुशहाली के लिए भी यह दिन बहुत विशेष माना गया है। राधा-कृष्ण की पूजा करने से घर में खुशहाली आती है। यदि दांपत्य जीवन में अनबन चल रही है तो फुलेरा दूज के दिन कुछ उपाय अपनाने से सभी परेशानियां दूर होंगी। आइये जानते है।
फुलेरा दूज पर करें ये विशेष उपाय
फुलेरा दूज के दिन विधि-विधान के साथ राधा-कृष्ण की पूजा करें और उन्हें अबीर चढ़ाएं। इस दिन पति-पत्नी को मिलकर पूजा करनी चाहिए।
अगर आप राधा-कृष्ण का आशीर्वाद व कृपा पाना चाहते हैं तो फुलेरा दूज के दिन मन में ‘राधेकृष्ण’ जपें।
दांपत्य जीवन में आ रही परेशानियों को दूर करने के लिए फुलेरा दूज के दिन बेडरूम की पलंग पर गुलाबी रंग का धागा बांध दें। गुलाबी रंग के वस्त्र धारण करें।
रंग-बिरंगे फूलों से राधा-कृष्ण का श्रृंगार करें। उनके दांपत्य जीवन में खुशियों का आशीर्वाद मांगें।