RSS 96th Foundation Day: विजयादशमी (Vijayadashmi) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 96वें स्थापना दिवस (RSS 96th Foundation Day) पर शुक्रवार को नागपुर (Nagpur) में संघ प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat) ने कहा कि देश में अराजकता का माहौल बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ कट्टरपंथी लोग देश को बांटने का काम कर रहे हैं। मोहन भागवत (Mohan Bhagwat)ने कहा कि इसलिए हिंदुओं को बल संपन्न और संगठित होने की जरूरत है।
RSS 96th Foundation Day: विजयादशमी (Vijayadashmi) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 96वें स्थापना दिवस (RSS 96th Foundation Day) पर शुक्रवार को नागपुर (Nagpur) में संघ प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat) ने कहा कि देश में अराजकता का माहौल बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ कट्टरपंथी लोग देश को बांटने का काम कर रहे हैं। मोहन भागवत (Mohan Bhagwat)ने कहा कि इसलिए हिंदुओं को बल संपन्न और संगठित होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यही सभी समस्याओं का हल भी है। उन्होंने कहा कि देश में जनसंख्या असंतुलन बड़ी समस्या (Population Imbalance Big Problem) बन रहा है। सीमावर्ती राज्यों में घुसपैठ से आबादी बढ़ रही है। इसके अलावा उन्होंने नाम लिए बिना ड्रग्स और ओटीटी प्लेटफॉर्म (OTT Platform) पर सरकार को भी नसीहत दे डाली। इस कार्यक्रम में इजरायल के राजनयिक कोब्बी शोशानी (Israeli diplomat Kobi Shoshani) भी पहुंचे थे।
संघ प्रमुख (RSS chief) ने कहा कि आज हिंदुओं के मंदिरों की जमीनों को हड़पा जा रहा है। इसलिए यह जरूरी है कि हिंदू मंदिरों का संचालन हिंदू भक्तों के ही हाथों में रहे। मंदिरों की सम्पत्ति का उपयोग हिंदू समाज की सेवा में ही हो। इसके लिए हमें सब प्रकार के भय से मुक्त होना होगा। दुर्बलता ही कायरता को जन्म देती है। बल, शील, ज्ञान तथा संगठित समाज को ही दुनिया सुनती है। सत्य तथा शान्ति भी शक्ति के ही आधार पर चलती है। ‘ना भय देत काहू को, ना भय जानत आप…’ ऐसे हिन्दू समाज को खड़ा करना पड़ेगा। जागरुक, संगठित, बलसंपन्न व सक्रिय समाज ही सब समस्याओं का समाधान है।
घुसपैठ से बढ़ रहा जनसंख्या असंतुलन
संघ प्रमुख (RSS chief) ने कहा कि घुसपैठियों के कारण जनसंख्या संतुलन (Population Balance) बिगड़ रहा है। खास तौर पर सीमावर्ती राज्यों में आबादी असंतुलित हो गई है। इसलिए जनसंख्या नीति (Population Policy ) पर विचार होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1951 से 2011 के बीच जससंख्या वृद्धि दर में भारी अंतर के कारण देश की जनसंख्या में जहां भारत में उत्पन्न मत पंथों के अनुयायियों का अनुपात 88 प्रतिशत से घटकर 83.8 प्रतिशत रह गया है। वहीं मुस्लिम जनसंख्या (Muslim Population) का अनुपात 9.8 से बढ़कर 14.23 प्रतिशत हो गया है। इसलिए घुसपैठ पर पूरी तरह से रोक लगनी चाहिए। सरकार को जनसंख्या नीति (Population Policy ) बनानी चाहिए और सभी वर्ग के लोगों के लिए लागू होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एनआरसी (NRC) से घुसपैठियों की पहचान होनी चाहिए।
कश्मीर में बढ़ रही टारगेट किलिंग
कश्मीर में धारा 370 (Article 370 in Kashmir) हटने के बाद आम लोगों को फायदा हुआ है। वहां आतंकी अपने डर के कारण टिके हुए थे, लेकिन धारा 370 (Article 370) हटने के बाद वह डर खत्म हो गया है। इसलिए आतंकियों ने मनोबल गिराने के लिए फिर से 90 के दशक की टारगेट किलिंग शुरू की है, लेकिन अब लोग डरने वाले नहीं हैं। प्रशासन को चुस्ती से इसका बंदोबस्त करना पड़ेगा।
ड्रग्स से देश को मुक्त कराने का प्रयास हो
संघ प्रमुख (RSS chief) ने कहा कि नई पीढ़ी में नशीले पदार्थ खाने की आदत बढ़ रही है। उच्च से निम्न स्तर तक व्यसन है। इसलिए ड्रग्स से देश को मुक्त कराने का प्रयास होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी (corona pandemic) के बाद ऑनलाइन शिक्षा (Online Education) बढ़ी है। बच्चों के हाथ में मोबाइल हैं। ऐसे में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर नियंत्रण नहीं रह गया है। सरकार को ओटीटी (OTT) के लिए सामग्री नियामक ढांचा तैयार करने के लिए प्रयास करने चाहिए।
कोरोना के खिलाफ गांवों में टोली तैयार
मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने कहा कि भारत ने कोरोना के प्रति सबसे अच्छे तरीके से प्रतिकार किया है। पहली लहर भारत में कोई खास असर नहीं दिखा पाई थी, लेकिन दूसरी ने कई लोगों को हमसे छीन लिया। अब तीसरी लहर की भी आशंका है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने गांव-गांव में युवाओं की टोली को प्रशिक्षित किया है, जिससे वे तीसरी लहर में देश की मदद कर पाएं।
राज्यों के बीच तालमेल होना जरूरी
संघ प्रमुख मोहन भागवत (RSS chief Mohan Bhagwat) ने कहा कि देश में अराजकता का माहौल बनाया जा रहा है। राज्य आपस में लड़ रहे हैं, पुलिस आपस में लड़ रही है। इसलिए राज्यों के बीच तालमेल होना जरूरी है। पर्व, त्योहार पर मेलजोल बढ़ना चाहिए।
अब तक नहीं गई टीस
मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने कहा कि आजादी के बाद विभाजन का दर्द मिला। विभाजन की टीस अब तक नहीं गई है। हमारी पीढ़ियों को इतिहास के बारे में जानना चाहिए, जिससे आने वाली पीढ़ी अपने आगे की पीढ़ी को बता पाएं कि देश के लिए बलिदानियों की आकाश गंगा चली आ रही है।