80 के दशक की फेमस एक्ट्रेस सायरा बानो (Saira Banu) आज अपना 78 वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहें हैं. सायरा बानो का जन्म 23 अगस्त 1944 मसूरी में हुआ था. सायरा हिंदी सिनेमा की मशहूर एक्ट्रेस रहीं हैं
मुंबई: 80 के दशक की फेमस एक्ट्रेस सायरा बानो (Saira Banu) आज अपना 78 वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहें हैं. सायरा बानो का जन्म 23 अगस्त 1944 मसूरी में हुआ था. सायरा हिंदी सिनेमा की मशहूर एक्ट्रेस रहीं हैं और साल 1961 में बॉलीवुड एक्टर शम्मी कपूर के साथ फिल्म ‘जंगली’ (Junglee) से फिल्मी दुनिया में कदम रखकर उन्होंने सभी का दिल जीता.
आपको बता दें , आज सायरा (Saira Banu) अकेली हैं क्योंकि उनके पति दिलीप कुमार (Dilip Kumar) सायरा को छोड़ दुनिया से चले गए। हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में सायरा बानो (Saira Banu) ने अपने जन्मदिन पर बधाई देने वाले सभी का आभार जताया और कहा कि ‘दिलीप (Saira Banu) साहब के बिना उनका बर्थडे नहीं होता है।
लीजेंड एक्ट्रेस ने कहा कि ‘मैं भाग्यशाली हूं कि दिलीप कुमार (Dilip Kumar) के शुभचिंतकों के संदेश पिछले कुछ दिनों से आने लगे हैं। ऐसे कई लोग हैं जो मुझे अपने पास बुला रहे हैं क्योंकि वे नहीं चाहते कि मैं अकेली रहूं या अकेलापन महसूस करूं’।
View this post on Instagram
पढ़ें :- Disha Patani Hot Pic: फैशनिस्टा दिशा पटानी एक्सपेरिमेंट लुक्स देख फैन्स हुए दीवाने
इसी के साथ उन्होंने कहा, ‘मेरे सभी रिश्तेदार और दोस्त बर्थडे विश करने के लिए मुझे संपर्क कर रहे हैं। लेकिन दिलीप साहब के बिना मेरा जन्मदिन मुबारक नहीं हो सकता। यह वह खुशी नहीं हो सकती, ना ही वह जिंदगी हो सकती है जो मैंने उनके साथ बिताई है’। लीजेंड एक्ट्रेस याद करते हुए बताती हैं कि ‘मेरे जन्मदिन पर दिलीप साहब बेस्ट अरेंजमेंट करके मेरे दिन को खास बनाते थे। पूरे घर को फूलों से सजा देते थे।’
View this post on Instagram
पढ़ें :- Lara Dutta ने बॉलीवुड में असमान वेतन को लेकर की खुलकर बात, कहा- दसवां हिस्सा मिलता है...
वहीं आगे उन्होंने कहा- ‘वह खुद मेरी भांजी शाहीन ने साथ बाजार जाते और फूल खरीदकर लाते। इसके बाद मुंबई की मेरी फेवरेट शॉप पर जाते और वहां से मेरे लिए खूबसूरत लिबास खरीदकर लाते, मेरी पसंद का पकवान बनवाते, वह मुझे खुश रखने की हर संभव कोशिश करते। उनकी यादें मेरे दिलो-दिमाग में बसी हुई हैं और मुझे नहीं लगता कि मैं ये कभी भूल पाऊंगी। हमने शानदार यादगार पल साथ बिताए, जिसे याद करते हुए आगे की जिंदगी बिता दूंगी।’