वह राजनीति में शुचिता की बड़ी उदाहरण हैं। भारत की 20 उन शक्तिशाली नारियों में से एक हैं जिनको गत वर्ष एक सर्वे के माध्यम से चुना गया था। सरोज पांडेय की प्रतिभा और उनकी समझ का लोहा दुनिया मानती है। उत्तर प्रदेश में अपनी चुनावी गणित में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने इस बार सरोज पांडेय को बड़ी जिम्मेदारी बड़े भरोसे के साथ सौंपी है।
संजय तिवारी
वह राजनीति में शुचिता की बड़ी उदाहरण हैं। भारत की 20 उन शक्तिशाली नारियों में से एक हैं जिनको गत वर्ष एक सर्वे के माध्यम से चुना गया था। सरोज पांडेय की प्रतिभा और उनकी समझ का लोहा दुनिया मानती है। उत्तर प्रदेश में अपनी चुनावी गणित में भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने इस बार सरोज पांडेय को बड़ी जिम्मेदारी बड़े भरोसे के साथ सौंपी है।
भाजपा ने मेयर का टिकट दे दिया
वैसे तो आधुनिक राजनीति को संभावनाओं का खेल कहा जाता है, लेकिन कुछ राजनेता अभी भी पारंपरिक तौर पर इसे लोक सेवा और जनसंपर्क का माध्यम मानते हैं और सफलता उन्हीं के कदम चूमती है। ऐसी ही जनसाधारण से जुड़ी और रिकॉर्ड बनाने वाली पॉलिटिशियन के नाम से मशहूर सरोज पांडेय फिलहाल राज्यसभा सांसद हैं। सरोज पांडे का जन्म 22 जून 1968 को छत्तीसगढ़ के दुर्ग में हुआ था। राजनीति में जाने का उनका कोई इरादा नहीं था। वे कॉलेज टॉपर और गोल्ड मेडलिस्ट थीं। कॉलेज में प्रोफेसरशिप भी मिली लेकिन ज्वाइन नहीं किया। रेडियो में अनाउंसर बनीं, दूरदर्शन में न्यूज रीडर के तौर भी चयन हुआ। उनकी स्वच्छ व मेधावी छवि के कारण भाजपा की ओर से उन्हें मेयर का टिकट दे दिया गया। जीत हासिल हुई और उन्होंने इतना शानदार प्रदर्शन किया कि पूरे इलाके की जनता उनके कार्यों की कायल हो गयी।
मेयर भी थीं और सासंद भी
सरोज पांडेय ने जब दूसरी बार मेयर पद का चुनाव लड़ा तो रिकॉर्ड वोटों से जीतीं। उन्होंने भाजपा से अपने शहर भिलाई के लिये विधायक का टिकट मांगा, लेकिन पार्टी ने सर्वे में सबसे पिछड़ रही वैशाली सीट पर इन्हें आजमाया। सरोज पांडेय ने वहां भी जोरदार जीत दर्ज की। इसी दौरान दुर्ग के तत्कालीन सासंद को पार्टी ने निकाल दिया और एक चुनौती के तौर पर सरोज पांडेय को मैदान में उतारा गया। वे दुर्ग से 15 वीं लोकसभा के लिए चुनी गयीं। उस समय वे विधायक तो थीं ही, तकनीकी तौर पर मेयर भी थीं और सासंद भी बन चुकी थीं।सर्वश्रेष्ठ मेयर का
पुरस्कार भी मिला
इस तरह से देश की त्रि-स्तरीय पंचायत व्यव्स्था में एक साथ तीनों सदनों की सदस्य रहने वाली सरोज पांडेय के नाम पर एक अनोखा रिकॉर्ड बना। उन्हें सर्वश्रेष्ठ मेयर का पुरस्कार भी मिला चुका है। वर्ष 2013 में भाजपा ने उन्हें महिला मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया। मार्च 2018 से वे छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद हैं और वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव भी हैं।
शक्तिशाली नारी शक्ति 2020 के सर्वे ” नारायणी नमः” में फेम इंडिया मैगजीन और एशिया पोस्ट सर्वे द्वारा समाजिक स्थिति, प्रभाव , प्रतिष्ठा , छवि , उद्देश्य , समाज के लिए प्रयास , देश के आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था पर प्रभाव जैसे दस मानदंडों पर किए गए स्टेकहोल्ड सर्वे में देश की प्रमुख 20 शक्तिशाली नारी में सरोज पांडेय प्रमुख स्थान पर है ।