HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. सावन 2021: भोलेनाथ को सावन में ऐसे चढ़ाएं बेलपत्र, बरसेगी महादेव की कृपा

सावन 2021: भोलेनाथ को सावन में ऐसे चढ़ाएं बेलपत्र, बरसेगी महादेव की कृपा

ऐसी मान्यता है कि शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करने से महादेव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और श्रद्धालु को मनोवांक्षित फल पाते है।

By अनूप कुमार 
Updated Date

सावन 2021: सावन भगवान शिव जी का पवित्र महीना है। इस समय सावन का महीना चल रहा है। ऐसी प्राचीन मान्यता है कि इस माह में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए हर क्षण,हर घड़ी अनुकूल होती है। भगवान महादेव की पूजा अर्चना के लिए इस माह में शुभ मुहूर्त और लाभकारी योग की उपलब्धता बनी रहती है। व्रत, उपवास रख कर भगवान शिव को प्रसन्न करने की पुरानी परंपरा की पीछे शिव महिमा ही है। धार्मिक मान्यता है कि बिना बेलपत्र चढ़ाए भगवान शिव की पूजा पूरी नहीं होती है। ऐसी मान्यता है कि शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करने से महादेव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और श्रद्धालु को मनोवांक्षित फल पाते है।

पढ़ें :- Gautam Adani Gitapress Trust Board Meeting : गीताप्रेस के कार्यों में सहभाग करेगा अदाणी समूह,  गौतम अदाणी ने ट्रस्ट बोर्ड के साथ बनाई योजनाएं

इन खास दिनों में महादेव पर गंगाजल के साथ-साथ बेलपत्र अर्पित करने का विशेष महत्व माना गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं बेलपत्र तोड़ते और उसे शि‍व को अर्पित करते समय कुछ खास नियमों का पालन करना जरूरी होता है।

बेलपत्र तोड़ने के नियम

1. चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या तिथ‍ियों को, सं‍क्रांति के समय और सोमवार को बेलपत्र न तोड़ें।

2. बेलपत्र भगवान शंकर को बहुत प्रिय है, इसलिए इन तिथ‍ियों या वार से पहले तोड़ा गया पत्र चढ़ाना चाहिए।

पढ़ें :- Maha Kumbh 2025: एप्पल उत्तराधिकारी लॉरेन पॉवेल जॉब्स भी कुंभ में करेंगी कल्पवास, स्वामी कैलाशानंद ने नाम रखा कमला

3. शास्त्रों में कहा गया है कि अगर नया बेलपत्र न मिल सके,तो किसी दूसरे के चढ़ाए हुए बेलपत्र को भी धोकर कई बार इस्तेमाल किया जा सकता है।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...