HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. एस्ट्रोलोजी
  3. सावन 2021: सावन में इस एकादशी व्रत का है विशेष महत्व, जानें पूजा का मंत्र

सावन 2021: सावन में इस एकादशी व्रत का है विशेष महत्व, जानें पूजा का मंत्र

सावन में भगवान शिव की अराधना करने का विशेष महत्व है। इस समय सावन का महीना चल रहा है। शास्त्रों में बताया गया है कि सावन में भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

By अनूप कुमार 
Updated Date

सावन 2021: सावन में भगवान शिव की अराधना करने का विशेष महत्व है। इस समय सावन का महीना चल रहा है। शास्त्रों में बताया गया है कि सावन में भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस माह में भगवान और भक्त के बीच की दूरी कम हो जाती है। शिवजी बहुत भोले माने जाते हैं, उनका नाम मात्र लेने से वह प्रसन्न हो जाते हैं। सावन में पड़ने वाली एकादशी का विशेष महत्व है। सावन माह में भगवान विष्णु की पूजा करने का विशेष फल है।

पढ़ें :- Kharmas 2024 : साल 2024 का आखिरी खरमास इस तारीख से हो जाएगा शुरू,  नहीं करना चाहिए मांगलिक कार्य

भारतीय हिन्दू संस्कृति में हर महीने की 11वीं तिथि को एकादशी का व्रत-उपवास किया जाता है। यह तिथि अत्यंत पवित्र तिथि मानी गई है। प्रत्येक मास में 2 एकादशी तिथियां आती हैं- एक शुक्ल पक्ष और दूसरी कृष्ण पक्ष में। सावन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पुत्रदा एकादशी कहते है। वैसे तो सारी एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है।

हिन्दी पंचांग के अनुसार, सावन पुत्रदा एकादशी व्रत सावन मास के शुक्ल की एकादशी तिथि को रखा जाता है। इस साल सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत 18 अगस्त को रखा जाएगा। एकादशी तिथि 18 अगस्त को प्रात: 03:20 बजे प्रारंभ होगी और इसी तारीख को देर रात 01:05 बजे समाप्त होगी।

भगवान विष्णु की विधि-पूर्वक पूजा करने के लिए इन मंत्रों का जाप फलदायी होता है।

ऊं देवकी सुत गोविंद वासुदेव जगत्पते।

पढ़ें :- 24 नवम्बर 2024 का राशिफल: रविवार के दिन इन राशियों के बनेंगे बिगड़े हुए काम

देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत:।।

इस व्रत का पारण अगले दिन यानी 19 अगस्त को प्रात: 06:32 बजे से प्रात: 08:29 बजे के बीच किया जाएगा।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...