सनातन धर्म में सावन मास का विशेष महत्व है। इस मास में शिव परिवार की विशेष पूजा अर्चना होती है। सावन में श्रद्धालु शिवालयों में दर्शन पूजन और रुद्राभिषेक , जलाभिषेक करते है।
Sawan 2023 : सनातन धर्म में सावन मास का विशेष महत्व है। इस मास में शिव परिवार की विशेष पूजा अर्चना होती है। सावन में श्रद्धालु शिवालयों में दर्शन पूजन और रुद्राभिषेक , जलाभिषेक करते है। इस दौरान प्रकृति भी काफी खूबसूरत नजर आती है। बारिश की वजह से चारों ओर हरियाली ही हरियाली नजर आती है। इस बार सावन मास की शुरुआत 4 जुलाई 2023 से होगी और 31 अगस्त 2023 तक रहेगा। सावन महीने में खानपान को लेकर भी खास सावधानी बरती जाती है। आइये जानते हैं कि सावन महीने में डाइट में किन चीजों को शामिल करना चाहिए और किन चीजों से परहेज करना चाहिए।
दही
सावन में दही नहीं खाना चाहिए। आयुर्वेद में बारिश में दही खाने की मनाही होती है। सावन में दही का सेवन करने से सर्दी, जुकाम और गले से संबंधित बीमारियां हो सकती है।
मांसाहारी व्यंजन
सावन में मांसाहारी भोजन नहीं खाना चाहिए। सावन की पूरी अवधि में पूरी तरह सात्विक भोजन ही करना चाहिए।
पत्तेदार साग
सावन माह में पत्तेदार साग और सब्जियां जैसे- पालक, मूली, गोभी खाने से परहेज करना चाहिए। दरअसल मानसून की वजह से इनमें कीड़े लग जाते हैं जिसे खाने से आप बीमार पड़ सकते हैं।
लहसुन और प्याज
सावन के महीने में प्याज और लहसुन नहीं खाना चाहिए। इसे तामसिक माना गया है। इनका सेवन करने से पूजा-पाठ से मन विचलित हो सकता है।