हिंदू धर्म शास्त्रों में भोजन की महिमा के बारे में बताया गया है। शास्त्रों में तो यहां तक जिक्र किया गया है कि जिस तरह का अन्न होगा उसी तरह का मन बन जाएगा।
Shakun Shastra : हिंदू धर्म शास्त्रों में भोजन की महिमा के बारे में बताया गया है। शास्त्रों में तो यहां तक जिक्र किया गया है कि जिस तरह का अन्न होगा उसी तरह का मन बन जाएगा। भोजन के शिष्टाचार का पालन करने की परंपरा कई सदियों पुरानी है। धार्मिक ग्रंथों में वर्णित है भोजन केवल पेट भरने का साधन मात्र नहीं है बल्कि इससे मन में सात्विक शक्तियों का उदय होता है। शकुन शास्त्र में भोजन शुभ अशुभ संकेतों के बारे में बताया गया है।
1.दक्षिण दिशा में भोजन करना अशुभ होता है, इससे व्यक्ति को पाचन समेत कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
2.दक्षिण दिशा की ओर मुख करके भोजन करने से मान-सम्मान की हानि होती है।
3.पूर्व की ओर मुख करके भोजन करने से आयु व पश्चिमी की ओर मुख करके भोजन करने से धन लाभ होता है।
4.पूर्व की ओर मुख करके भोजन करने से आयु व पश्चिमी की ओर मुख करके भोजन करने से धन लाभ होता है।
5.सपने में खुद को खाना बनाते हुए देखने से आपको जल्द ही कोई अच्छी खबर मिलने वाली है।
6.खाना खाने के बाद थाली में हाथ नहीं घुलना चाहिए। यह शुभ नहीं माना जाता है।
7.हमेशा भोजन बैठकर करें। कभी भी सीधे जमीन पर बैठकर भोजन न करें, बल्कि आसन बिछाएं।
8.बिस्तर पर बैठ कर भोजन नहीं करना चाहिए।
9.खाना खाते समय क्रोध और बातचीत न करें। इसके अलावा भोजन करते समय अजीब सी आवाजें निकालना भी अच्छा नहीं होता।