जीवन में कार्य की सफलता को लेकर सभी बहुत संवेदनशील रहते है। अथक परिश्रम के बाद भी यदि कार्य में अपेक्षित परिणाम नहीं मिलता तो यह बात सोचने की हो जाती है।
shakun shastra: जीवन में कार्य की सफलता को लेकर सभी बहुत संवेदनशील रहते है। अथक परिश्रम के बाद भी यदि कार्य में अपेक्षित परिणाम नहीं मिलता तो यह बात सोचने की हो जाती है। हमारे प्राचीन धार्मिक शास्त्रों में शकुन-अपशकुन के संकेतों के बारे में बहुत ही रोचक ढंग से बताया है। शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि कुछ संकेत प्राप्त होते हैं जिसके आधार पर शकुन-अपशकुन का अनुमान लगाया जा सकता है। शकुन-अपशकुन के बारे में हमारे प्राचीन धार्मिक शास्त्र हमारा मार्गदर्शन करते है।
शकुन अपशकुन क्या है? जैसे प्रश्नों के बारे में शकुन शास्त्र में किस तरह हमारी शंकाओं का समाधान मिलता है। आइये जानते हैं इन संकेतों के बारे जिससे पता चलता है कि कार्य पूर्ण होंगे या क्या शुभ फल प्राप्त होगा।
1.खंजन पक्षी दिख जाय तो पहला दिन जैसा गुजरे वैसा ही सारा वर्ष फल रहेगा।
2.नीलकंठ का सामने से मिलना यश प्राप्ति का सूचक है।
3.घोड़े को दक्षिण खुर से धरती खोदते तथा पूंछ हिलाते देखना अपार धन प्राप्ति का सूचक है।
4.हंस का दर्शन तथा पंखों का फड़फड़ाना कार्य सिद्धि का संकेत माना जाता है।
5.कोई चिड़िया सर पर बैठे तो अचानक धन की प्राप्ति होगी।
6.घर पर या उसके निकट उल्लुओं का आना या बोलना महा अशुभ माना जाता है।
7.गाय का मार्ग रोकना शुभ कहा गया है।