पूरी दुनिया में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। हिंदू धर्म में प्रकृति की पूजा का विधान है। प्राचीन ग्रंथ शकुन शास्त्र के अनुसार,वनस्पतियों के शकुन-अपशकुन के बारे में बताया गया है।
Shakun Shastra : पूरी दुनिया में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। हिंदू धर्म में प्रकृति की पूजा का विधान है। प्राचीन ग्रंथ शकुन शास्त्र के अनुसार,वनस्पतियों के शकुन-अपशकुन के बारे में बताया गया है। ऋग्वेद में सोम, अश्वत्थ तथा पलाश वृक्षों की विशेष महिमा वर्णित है। वनस्पतियों से जीवन में आने वाले शकुन-अपशकुन के संकेत मिलने लगते है। आइये जानते है कुछ वनस्पतियों के बारे में जिनसे शकुन-अपशकुन के संकेत मिलते है।
1.मुंज घास तथा उदम्बर वृक्ष का दंड रखने से अन्न तथा यश में वृद्धि होती है।
2.घर की पूर्व दिशा में पीपल के पौधे अपने आप उग आए हो तो यह घर में भय और निर्धनता का संकेत देता है।
3.वृक्षों के अग्रभाग से गिरने वाले जल की बूंदें यदि मानव शरीर पर गिरती हैं तो अपशकुन होता है।
4.इसी प्रकार वृक्ष से फल तथा पक्षी आदि का भी शरीर पर गिरना भी अशुभ कहा गया है।
5.घर की दक्षिण दिशा में कांटेदार पेड़-पौधे का उगना घर में रोग पनपने का संकेत है।
6.दक्षिण में गूलर का पेड़ शुभता प्रदान करता है।
7.जबकि दक्षिण नैऋत्य में जामुन और कदंब का पेड़ शुभ रहता है।