जीवन में शुभ शकुन का बहुत महत्व है। किसी कार्य या वस्तु को लेकर शकुन विचार बन जाता है।। सदियों से ही शकुन अपशकुन के विचारों के साथ जीवन यात्रा चलती आ रही है।
Shakun Shastra: जीवन में शुभ शकुन का बहुत महत्व है। किसी कार्य या वस्तु को लेकर शकुन विचार बन जाता है।। सदियों से ही शकुन अपशकुन के विचारों के साथ जीवन यात्रा चलती आ रही है। प्राचीन ग्रंथ शकुन शास्त्र में जीवन के हर पहलुओं के शुभ अशुभ परिणाम को बताया गया है। शकुन शास्त्र के अनुसार अंग फड़कने का भी असर होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि ग्रह का संबंध पैर से भी होता है। इसी प्रकार पैरों से संबंध रखने वाली वस्तुओं को उचित और सही स्थान पर रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर के बाहर व्यवस्थित तरीके से जूते-चप्पल रखने से निगेटिव एनर्जी एक्टिव हो जाती है।आइये जानते है कि शकुन शास्त्र के अनुसार शुभ अशुभ परिणामों के बारे में।
1.पुराने जूते-चप्पल घर में रखने से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता रहता है। इसके अलावा मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
2.पूजा घर या किचन की दीवार से सटाकर जूते-चप्पल के रैक को कभी भी नहीं रखना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
3.उत्तर दिशा या आग्नेय कोण और ईशान कोण में जूते-चप्पल की रैक या आलमारी नहीं बनवानी चाहिए।
4.बिस्तर के नीचे जूते-चप्पल रखने से स्वास्थ्य प्रभावित होता है।