Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में इस बार दुनियाभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु व संत आस्था की डुबकी संगम में लगाने पहुंच रहे हैं। इस भव्य धार्मिक आयोजन के के लिए यूपी की योगी सरकार और केंद्र सरकार ने पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं। इस बीच सांसद और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’ के एक विवादित बयान ने नई बहस छेड़ दी है। जिस पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
Chandrashekhar’s controversial statement on Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में इस बार दुनियाभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु व संत आस्था की डुबकी संगम में लगाने पहुंच रहे हैं। इस भव्य धार्मिक आयोजन के के लिए यूपी की योगी सरकार और केंद्र सरकार ने पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं। इस बीच सांसद और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’ (Chandrashekhar Azad ‘Ravan’) के एक विवादित बयान ने नई बहस छेड़ दी है। जिस पर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
दरअसल, यूपी की नगीना लोकसभा सीट से सांसद चन्द्रशेखर आजाद (MP Chandrashekhar Azad) ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा था- “कुंभ मेले में वही लोग जाएंगे जिन्होंने पाप किए हैं। जिन्होंने पाप किए हैं, उन्हें ही जाना चाहिए। लेकिन क्या कोई यह बताता है कि कोई पाप कब करता है?” उनके इस बयान पर जगद्गुरु शंकराचार्य (Jagadguru Shankaracharya) स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज (Swami Avimukteshwarananda Saraswati Maharaj) ने न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा, “ऐसा कहने के पीछे उनका क्या उद्देश्य है? तो उनका मतलब है कि महाकुंभ में वही लोग आते हैं जो पापी हैं? और जो नहीं आया वो पुण्यात्मा है? क्या वह महाकुंभ में आए हैं? वो नहीं आए हैं तो ठीक है, वो पुण्यात्मा होंगे। पुण्यात्मा हो तो अच्छी बात है, हमें क्या बाधा है?”
जगद्गुरु शंकराचार्य ने आगे कहा, “हम लोग यहां आए हैं तो निश्चित रूप से जाने-अनजाने कोई दोष-पाप होता है तो उसका निवारण यहां होता है ऐसी हमारी श्रद्धा है और ऐसा हमारे शास्त्रों का उल्लेख है। तो हम आए हैं यहां पर…अपनी भक्ति भगवती गंगा, यमुना, त्रिवेणी को समर्पित कर रहे हैं। हमको बड़ा आनंद है। यदि हमारे कोई पाप हैं वो नष्ट हो जाएं इसका अगर उद्योग हम कर रहे हैं इसमें किसी को कोई बाधा नहीं होनी चाहिए और अगर वह मान रहे हैं कि उन्होंने कोई पाप किया ही नहीं, वो निष्पाप हैं, तो ऐसे निष्पापी व्यक्ति का तो हम लोग दर्शन करना चाहेंगे। अनुरोध है कि रावण जी हम लोगों को दर्शन दें।”
शंकराचार्य ने कहा, “आज ऐसा कोई दावा करने वाला व्यक्ति उत्पन्न हो गया कि मैं निष्पाप हूं पूर्ण रूप से। यह कितनी बड़ी बात है। उनके बारे में तो शोध किया जाना चाहिए। उनके बारे में तो चर्चा की जानी चाहिए। हम लोग तो सोचते थे कि बड़ा कठिन है लेकिन कोई दावा कर रहा है कि मैं पूर्ण निष्पाप हूं तो अच्छी बात है।” इससे पहले यूपी के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने यहां तक कह दिया था कि कुंभ पर चंद्रशेखर आजाद का बयान कौआ के समान है। कुंभ पर हर तरफ कोयल सी अच्छी आवाज आ रही है, वहां वह (चंद्रशेखर ) ऐसे बोल रहे हैं जैसे किसी बाग में कौआ बोल रहा हो।