नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा-उपासना करने से ज्ञान,आरोग्य, शक्ति और धन की प्राप्ति होती है। आज नवरात्रि की षष्ठी तिथि है।
शारदीय नवरात्रि 2021: नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा-उपासना करने से ज्ञान,आरोग्य, शक्ति और धन की प्राप्ति होती है। आज नवरात्रि की षष्ठी तिथि है। नवरात्रि की षष्ठी तिथि 11 अक्टूबर 2021,सोमवार को माता सरस्वती आवाहन,कात्यायनी की विशेष पूजा होती है। देवी की उपासना करने से परम पद की प्राप्ति होती है। मां कात्यायनी की भक्ति से मनुष्य को अर्थ, धर्म, काम, मोक्ष की प्राप्ति होती है।
मां कात्यायनी का स्वरूप बहुत ही दिव्य और सिंह की सवारी और चार भुजाओं वाली हैं। इनके बाएं हाथ में कमल और तलवार और दाएं हाथ में स्वस्तिक और आशीर्वाद की मुद्रा में है। उपवास करने के बाद माता को शहद का भोग लगाया जाता है। अविवाहित कन्याएं अगर गुरुवार को मां कात्यायनी देवी की पूजा करती हैं तो उनके विवाह (Marriage) का योग जल्दी बनता है। जिन कन्याओं के विवाह में देरी हो रही हो तो उनके लिए कात्यायनी देवी के मंत्र का जप अति लाभदायक होता है।
मां कात्यायनी मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥
मां कात्यायनी की आरती-
जय-जय अम्बे जय कात्यायनी
जय जगमाता जग की महारानी
बैजनाथ स्थान तुम्हारा
वहा वरदाती नाम पुकारा
कई नाम है कई धाम है
यह स्थान भी तो सुखधाम है
हर मंदिर में ज्योत तुम्हारी
कही योगेश्वरी महिमा न्यारी
हर जगह उत्सव होते रहते
हर मंदिर में भगत हैं कहते
कत्यानी रक्षक काया की
ग्रंथि काटे मोह माया की
झूठे मोह से छुडाने वाली
अपना नाम जपाने वाली
बृहस्पतिवार को पूजा करिए
ध्यान कात्यायनी का धरिए
हर संकट को दूर करेगी
भंडारे भरपूर करेगी
जो भी मां को ‘चमन’ पुकारे
कात्यायनी सब कष्ट निवारे।।