HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. SHUATS University : कुलपति प्रो. आरबी लाल की पढ़ें 25 साल की क्राइम कुंडली,दो भाई जेल में और तीसरे की तलाश जारी

SHUATS University : कुलपति प्रो. आरबी लाल की पढ़ें 25 साल की क्राइम कुंडली,दो भाई जेल में और तीसरे की तलाश जारी

सैम हिगिनबॉटम कृषि, प्रौद्योगिकी और विज्ञान विश्वविद्यालय (SHUATS)  के कुलपति प्रो. आरबी लाल (Vice Chancellor Prof. RB Lal) को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी मामले में पुलिस ने उसको गिरफ्तार किया है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

प्रयागराज। सैम हिगिनबॉटम कृषि, प्रौद्योगिकी और विज्ञान विश्वविद्यालय (SHUATS)  के कुलपति प्रो. आरबी लाल (Vice Chancellor Prof. RB Lal) को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी मामले में पुलिस ने उसको गिरफ्तार किया है। शुआट्स विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आरबी लाल (SHUATS Vice Chancellor Prof. RB Lal) की गिरफ्तारी पूर्व भाजपा नेता दिवाकर नाथ त्रिपाठी (Former BJP leader Diwakar Nath Tripathi) की एफआईआर (FIR) पर हुई है। दिवाकर नाथ त्रिपाठी (Diwakar Nath Tripathi) ने रविवार को नैनी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था कि रविवार सुबह करीब साढ़े छह बजे वह टहलने के लिए अरैल बांध रोड पर आए थे।

पढ़ें :- कांग्रेस की तेलंगाना सरकार ने अडानी समूह के 100 करोड़ लौटाए, सीएम ने दी जानकारी

इसी दौरान उनके साथ उनके दोस्त सर्वेंद्र विक्रम सिंह भी थे। लौटते वक्त कुलपति प्रो. आरबी लाल (Vice Chancellor Prof. RB Lal) फॉर्च्यूनर गाड़ी से अपने दो साथियों के साथ आया और हत्या के प्रयास की नियत से उसके ललकारने पर उसके दो साथियों ने फायरिंग की। जिसमें दिवाकर और उसके साथी सर्वेंद्र बाल बाल बच गए।

25 साल में 29 मुकदमे,  हत्या तक का आरोप

शुआट्स वीसी आरबी लाल (Shuats University Vice Chancellor Prof. RB Lal) पर यह पहला मुकदमा नहीं है। 25 साल में उनके खिलाफ 29 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। उन पर पहला मुकदमा 1998 में दर्ज हुआ। इसके बाद एक के बाद एक कई मुकदमे दर्ज हुए। जिनमें गालीगलौज से लेकर हत्या के प्रयास तक के आरोप लगे। चार साल पहले भी 22 करोड़ के गबन के मामले में उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

आरबी लाल पर 1998 में पहला मुकदमा नैनी थाने में गालीगलौज व धमकी देने के आरोप में दर्ज हुआ। कुछ दिनों बाद ही उनके खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में दूसरा मुकदमा दर्ज किया गया। 2011 में हत्या के प्रयास, साक्ष्य छिपाने व आपराधिक षडयंत्र में शामिल होने के मुकदमे में उन्हें आरोपी बनाया गया। 2019 में एक्सिस बैंक स्थित शुआट्स के खाते से 22 करोड़ के गबन के मामले में उन्हें आरोपी बनाया गया। बाद में इसी मुकदमे में क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेजा।

पढ़ें :- अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव का रास्ता साफ, हाइकोर्ट ने याचिका वापसी को दी मंजूरी

इस मामले में जमानत पर रिहा होकर जेल से बाहर आने के बाद उन पर एक के बाद एक 12 मुकदमे दर्ज हुए। इन सभी मुकदमों में गिरफ्तारी पर उन्हें कोर्ट से राहत मिली हुई थी। इनमें हमीरपुर में दुष्कर्म व घूरपुर में दर्ज धर्म परिवर्तन समेत अन्य धाराओं का मुकदमा भी शामिल है। हालांकि रविवार को दर्ज हुए मुकदमे में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

दो भाई जेल में, तीसरे की तलाश

शुआट्स वीसी आरबी लाल (SHUATS Vice Chancellor Prof. RB Lal) के जेल जाने के बाद अब लाल बंधुओं में से दो जेल में हैं। उनका छोटा भाई शुआट्स का निदेशक प्रशासन विनोद बी लाल मौजूदा समय में जेल में है। विनोद बी लाल एक अक्तूबर को नैनी थाने में दर्ज हत्या के प्रयास के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

इस मामले में भी आरबी लाल (RB Lal) आरोपी हैं लेकिन उन्हें कोर्ट से राहत मिली हुई है। इसी मामले में तीसरे भाई सुनील बिहारी लाल भी आरोपी बनाए गए है जो शुआट्स में निदेशक विकास के पद पर तैनात हैं। नैनी इंस्पेक्टर यशपाल सिंह ने बताया कि सुनील बिहारी लाल की तलाश की जा रही है।

बता दें कि सैम हिग्गिनबाटम कृषि, प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय (शुआट्स) के कुलपति प्रो. आरबी लाल रविवार को हत्या के प्रयास के मामले में नैनी पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। शाम करीब 7:00 बजे के आसपास पुलिस ने उन्हें केंद्रीय कारागार नैनी में दाखिल कराया। जेल प्रशासन ने मेडिकल जांच करते हुए उन्हें क्वारंटीन बैरक में शिफ्ट कर दिया। रात के खाने में दाल चावल

पढ़ें :- Viral video: गले में पहने नोटो की माला में से दस रुपए का नोट के लिए जान पर खेल गया दूल्हा, वीडियो देख हैरान रह जाएंगे आप

नहीं किया भोजन
उन्होंने जेल प्रशासन के अधिकारियों को अपनी बीमारी और इलाज की भी जानकारी दी। वहीं उनकी गिरफ्तारी में जेल जाने की सूचना पर विश्वविद्यालय के कर्मचारी व उनके खास कचहरी से लेकर जेल तक साथ रहे। बैरक में पहुंचने के बाद प्रो. आरबी लाल काफी बेचैन दिखाई दिए।

सूत्रों के अनुसार बैरक के अंदर वह अपनी बेचैनी को दूर करने के लिए वहां मौजूद अन्य बंदियों से बातचीत कर टहलते रहे। वरिष्ठ जेल अधीक्षक रंग बहादुर पटेल ने बताया शाम सात बजे के करीब आरबी लाल को जेल में दाखिल कराया गया है। रात के भजन में दाल, चावल, रोटी और सब्जी दी गई है। जेल मैनुअल के अनुसार उन्हें क्वारंटीन बैरक में रखा गया है।

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...