सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर पर विपक्ष के नेताओं की तरफ से सबसे ज्यादा हमले बोले जा रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि घोसी उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी की हार के बाद ओमप्रकाश राजभर के मंत्री बनने में भी रोड़ आएगी। हालांकि, एक न्यूज चैनल के पत्रकार से बातचीत के दौरान उन्होंने साफ कहा कि वो क्यों नहीं मंत्री बन पायेंगे।
लखनऊ। घोसी उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी दारा सिंह चौहान की हार के बाद सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। दरअसल, हाल में ही ओमप्रकाश राजभर एनडीए में शामिल हुए थे और घोसी उपचुनाव को लेकर उन्होंने कई तरह के दावे किए थे लेकिन यहां पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुधाकर सिंह की बड़ी जीत हुई। इस हार के बाद भी ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) का भरोसा डगमगाया नहीं है। उनका कहना है कि वो जरूर मंत्री बनेंगे। इसके साथ ही विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वो परेशान न हों अपना दिल थाम के बैठ जाएं कहीं कलेजा न फट जाए।
दरअसल, सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) पर विपक्ष के नेताओं की तरफ से सबसे ज्यादा हमले बोले जा रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि घोसी उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी की हार के बाद ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) के मंत्री बनने में भी रोड़ आएगी। हालांकि, एक न्यूज चैनल के पत्रकार से बातचीत के दौरान उन्होंने साफ कहा कि वो क्यों नहीं मंत्री बन पायेंगे।
उन्होंने कहा कि, एनडीए के मालिक क्या विरोधी दल के लोग हैं। विरोधी पार्टी के लोग मालिक हैं। उनके मर्जी से यहां पर होगा? यहां पर हम लोगों की मर्जी से होगा। एनडीए में हम सबलोग शामिल हैं। एनडीए के मुखिया मोदी जी, अमित शाह जी, नड्डा जी, ये लोग न मालिक हैं। साथ ही कहा कि जो लोग परेशान हैं उनसे कहिए कि दिल थाम के बैठें, कहीं कलेजा न फट जाए।
यूपी विधानसभा चुनाव के बाद सपा से टूटा गठबंधन
बता दें कि, यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरे थे। लेकिन सपा की हार के कुछ दिनों बाद ओपी राजभर और सपा का गठबंधन टूट गया था। इसके बाद ओपी राजभर एनडीए में शामिल हो गए थे।