भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने स्वीकार किया कि वह दूसरी पारी खेलते हुए नजर नहीं आएंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीसीसीआई (BCCI) को अलविदा कहने के बाद से किसी बड़े काम पर फोकस करना है। गांगुली ने पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए एक निजी बैंक के कार्यक्रम में कहा कि यह जीवन चक्र है। इसमें उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। सौरव गांगुली ने कहा कि इस दौरान सबसे जरूरी होता है खुद पर विश्वास रखना ।
कोलकाता। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) ने स्वीकार किया कि वह दूसरी पारी खेलते हुए नजर नहीं आएंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बीसीसीआई (BCCI) को अलविदा कहने के बाद से किसी बड़े काम पर फोकस करना है। गांगुली ने पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए एक निजी बैंक के कार्यक्रम में कहा कि यह जीवन चक्र है। इसमें उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। सौरव गांगुली ने कहा कि इस दौरान सबसे जरूरी होता है खुद पर विश्वास रखना ।
गांगुली ने कहा कि लंबे समय तक मैं एक प्रशासक रहा हूं और मैं कुछ और काम के लिए आगे बढ़ूंगा। आप जीवन में चाहे जो कुछ भी करते हैं, लेकिन जब आप भारत के लिए खेलते हैं तो वह सबसे अच्छा दिन होता है। मैं बीसीसीआई का अध्यक्ष रहा हूं और मैं आगे भी बड़ी चीजें करता रहूंगा। आप हमेशा के लिए खिलाड़ी नहीं हो सकते, आप हमेशा के लिए प्रशासक नहीं हो सकते। दोनों काम करके बहुत अच्छा लगा।
ऐसे में यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि गांगुली आईसीसी अध्यक्ष पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।
बता दें कि आईसीसी के मौजूदा अध्यक्ष ग्रेगर बार्कले का कार्यकाल नवंबर में खत्म हो रहा है। गांगुली इस रोल में दिख सकते हैं। गांगुली ने कहा कि आप एक दिन में सचिन तेंदुलकर , मुकेश अंबानी या पीएम नरेंद्र मोदी नहीं बनते हैं। आपको वहां पहुंचने के लिए महीनों और सालों तक काम करना पड़ता है। सभी को सफलता पाने के लिये कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। सौरव गांगुली के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम लिये जाने के बाद से ऐसी कयास लगाई जा रही है कि क्या सौरव भाजपा में शामिल हो सकते हैं?