खराब आर्थिक संकट झेल रहे श्रीलंका में राजनीतिक संकट भी बरकरार है। सरकार के रवैये से नराज लोगों ने देश में हिंसक प्रदर्शन किए। हालात न सुधरते देख स्थानीय नागरिकों ने प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे को इस्तीफा देने के लिए बाध्य कर दिया।
Sri Lanka : खराब आर्थिक संकट झेल रहे श्रीलंका में राजनीतिक संकट भी बरकरार है। सरकार के रवैये से नराज लोगों ने देश में हिंसक प्रदर्शन किए। हालात न सुधरते देख स्थानीय नागरिकों ने प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे को इस्तीफा देने के लिए बाध्य कर दिया। जनाक्रोश को देखते हुए पीएम महिंदा राजपक्षे ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया था। राजपक्षे के इस्तीफे के बाद नए प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने श्रीलंका के बिगड़े हालात को पटरी पर लाने की कोशिशे शुरू कर दी है। नए पी एम रानिल ने शुक्रवार को आगाह किया कि देश की मौजूदा आर्थिक स्थिति सुधरने से पहले और खराब होने वाली है। श्रीलंका में ईंधन की भारी कमी हो गई है। वहीं खाद्य पदार्थों की कीमतों में आग लगी हुई है। श्रीलंकाई नागरिकों के सामने भोजन का संकट बना हुआ है।
देश के 26वें प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने वाले विक्रमसिंघे ने एक समाचार चैनल के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि वह सुनिश्चित करेंगे कि देश में परिवारों को तीन बार भोजन मिले। प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने विश्व भर से और अधिक वित्तीय मदद की अपील की है।
उन्होंने अपनी अपील में कहा, ‘भुखमरी की समस्या नहीं होगी, हम भोजन हासिल करेंगे।’ प्रधानमंत्री ने चेतावनी दी कि देश का सबसे खराब आर्थिक संकट ‘सुधरने से पहले और भी खराब होने वाला है।’ श्रीलंकाई अर्थव्यवस्था को ‘खंडित’ बताते हुए उन्होंने कहा कि श्रीलंकाई लोगों के लिए उनका संदेश है कि ‘धैर्य रखें, मैं चीजों को पटरी पर लाऊंगा।’