भारत ने आज अंतरिक्ष में एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। ISRO ने अपने सबसे छोटे रॉकेट का सफल launch कर लिया है।
ISRO satellite launch :भारत ने आज अंतरिक्ष में एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। ISRO ने अपने सबसे छोटे रॉकेट का सफल launch कर लिया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान (SSLV) LVD2 ने शुक्रवार को यहां से उड़ान भरी तथा EOS-07 उपग्रह और दो अन्य उपग्रहों को उनकी कक्षा में स्थापित कर दिया। अपनी दूसरी विकास उड़ान में एलवी डी2 ने पृथ्वी प्रेक्षण उपग्रह ईओएस-07 (EOS-07) और दो अन्य उपग्रहों- अमेरिका के अंतारिस द्वारा निर्मित जानुस-1 और चेन्नई स्थित ‘स्पेस किड्ज इंडिया’ के आजादीसैट-2 (Azadi Sat-2 satellite) के साथ उड़ान भरी। इसरो चीफ एस सोमनाथ ने लॉन्च के बाद सैटेलाइट को बनाने के साथ-साथ उन्हें सही कक्षा में स्थापित करने के लिए सभी 3 सैटेलाइट दलों को बधाई दी।
तीन उपग्रह किए स्थापित
कक्षा में स्थापित किए गए तीन उपग्रह में इसरो के EOS-07, अमेरिकी फर्म का Antaris ‘Janus-1 और चेन्नई स्थित स्पेस किड्ज़ की AzaadiSAT-2 शामिल हैं। एसएसएलवी ‘लॉन्च-ऑन-डिमांड’ के आधार पर पृथ्वी की निचली कक्षाओं में 500 किग्रा तक के उपग्रहों के प्रक्षेपण को पूरा करता है। यह अंतरिक्ष के लिए कम लागत वाली पहुंच प्रदान करता है और कम टर्न-अराउंड समय और कई उपग्रहों को समायोजित करने में बेहतरीन तरीके से मदद प्रदान करता है।