ग्रह मण्डल के राजा सूर्य देव है। सूर्य देव की किरणें जीव जगत को ऊर्जा देती है। फलित ज्योतिष में सूर्यका स्थान अत्यन्त महत्त्वपूर्ण माना जाता है।
Surya ka mithun rashi mein gochar: ग्रह मण्डल के राजा सूर्य देव है। सूर्य देव की किरणें जीव जगत को ऊर्जा देती है। फलित ज्योतिष में सूर्यका स्थान अत्यन्त महत्त्वपूर्ण माना जाता है। सूर्य देव आत्मा के कारक है।सूर्य के अच्छे प्रभाव से जातक आत्मबली होता है। सूर्य देव 15 जून को बुध की राशि मिथुन में प्रवेश करेंगे। इस गोचर का सबसे अधिक प्रभाव मिथुन राशि के जातकों पर ही पड़ेगा। कुंडली में सूर्य देव अच्छे स्वास्थ्य, प्रसिद्धि, नाम, प्रतिष्ठा, सरकारी नौकरी, सफलता, सम्मान, उच्च पद के कारक होते हैं।
ज्योतिष के अनुसार, यदि किसी जातक की कुंडली में सूर्य नीच अवस्था में होता हैं तो, उस जातक को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सबसे अधिक सामना करना पड़ता है। सूर्य का गोचर 15 जून 2022, बुधवार को दोपहर 11 बजकर 58 मिनट पर मिथुन राशि में होगा और यह इस स्थिति में 16 जुलाई 2022, तक रहेगा और इसके बाद वह पुनः अपना गोचर करते हुए कर्क राशि में प्रवेश कर जाएगा। अगर जातक की कुंडली में सूर्य का प्रभाव शुभ है तो उसे नौकरी-बिजनेस में लाभ और मान-सम्मान मिलता है।