चोट से जूझ रहे और आउट आफ फार्म चल रहे भारतीय क्रिकेटर हार्दिक पांड्या को यूएई और ओमान से वापस स्वदेश भेजने की तैयारी चयनकर्ताओं के द्वारा कर ली गई थी। लेकिन सूत्रों के अनुसार ये बात मार्केट में आई है कि महेंद्र सिंह धोनी जो इस दौरे पर टीम के साथ मेंटॉर के तौर पर टीम से जुड़े है। उन्होंने चयनकर्ताओं को ऐसा फैसला करने से रोक लिया।
नई दिल्ली। चोट से जूझ रहे और आउट आफ फार्म चल रहे भारतीय क्रिकेटर हार्दिक पांड्या को यूएई और ओमान(UAE And Oman) से वापस स्वदेश भेजने की तैयारी चयनकर्ताओं के द्वारा कर ली गई थी। लेकिन सूत्रों के अनुसार ये बात सामने आई है कि महेंद्र सिंह धोनी जो इस दौरे पर टीम के साथ मेंटॉर के तौर पर टीम से जुड़े है। उन्होंने चयनकर्ताओं को ऐसा फैसला करने से रोक लिया। चोट के कारण मैचों के दौरान गेंदबाजी ना कर पाने के कारण हार्दिक पांड्या का प्लेइंग इलेवन में बने रहना मुश्किल लग रहा है।
यूएई और ओमान में खेले जा रहे सातवें टी20 विश्वकप(T20 World Cup) में हार्दिक पाकिस्तान के खिलाफ खेले गये मैच में गेंदबाजी करते नहीं दिखे। सिर्फ गेंदबाजी ही नहीं वो बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाये। मैदान पर वो कंधे की चोट से कराहते दिखे। टीम के गेंदबाजी सेशन के दौरान वो फिल्ड पर नजर नहीं आये। उनकी जगह पर ईशान किशन ने फील्डिंग की। टी20 वर्ल्ड कप के लिए हार्दिक पांड्या के सिलेक्शन को लेकर तमाम तरह की बातें हो रही हैं, कुछ क्रिकेट पंडित उनके टीम में होने को सही ठहरा रहे हैं, तो कुछ इस पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
महेंद्र सिंह धोनी ने उनकी फिनिशिंग स्किल्स(Finishing Skill) का हवाला देकर उन्हें वापस स्वदेश आने नहीं दिया।’ हार्दिक पाकिस्तान के खिलाफ सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए थे और 8 गेंद पर 11 रन बनाकर आउट हो गए थे। आगे के मैचों में वो भारत के लिए फिनिशर की भूमिका निभाते नजर आयेंगे। भारत को टी20 विश्वकप में 31 अक्टूबर को न्यूजीलैंड की टीम से भिड़ना है। ये मैच सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिहाज से दोनों टीमों के महत्वपूर्ण मैच होने जा रहा है।