धनतेरस के साथ ही फेस्टिवल सीजन की शुरुआत हो जाती है। इसी के साथ ही घरों में तरह तरह के पकवान बनाएं जाते है। पांच छह दिनों तक लगातार तेल मसाले वाले पकवान खाते खाते अगर आपको एसिडिटी, पेट में जलन, आदि दिक्कतें होने लगी हैं। तो आज हम आपको
धनतेरस के साथ ही फेस्टिवल सीजन की शुरुआत हो जाती है। इसी के साथ ही घरों में तरह तरह के पकवान बनाएं जाते है। पांच छह दिनों तक लगातार तेल मसाले वाले पकवान खाते खाते अगर आपको एसिडिटी, पेट में जलन, आदि दिक्कतें होने लगी हैं। तो आज हम आपको
कई लोग एसिडिटी से परेशान रहते हैं। अधिक मसालेदार तला भुना या अधिक खा लेने से एसिडिटी की दिक्कत होने लगती है। घर में मौजूद तमाम चीजों के एसिडिटी से छुटाकारा पाया जा सकता है। डाइटीशियन के अनुसार कुछ नेचुरल ड्रिंक हैं जिन्हे पीने से एसिडिटी में आराम पा सकते
बारिश के मौसम में पाचन स्लो हो जाता है। खाना देर से पचता है। जिसकी वजह से कब्ज की दिक्कत होने लगती है। पेट साफ न होने का मतलब पूरा दिन किसी भी काम में मन न लगा और नही कुछ अच्छा लगता है। क्या आप जानते हैं अगर रोटी
कई लोगो को सुबह उठते ही गैस और एसिडिटी की परेशानी होने लगती है। आजकल की जनरेशन में जरा सी दिक्कत होने पर दवा खा लेते हैं। ऐसे में शरीर पर इसका बुरा असर पड़ सकता है। ऐसी छोटी मोटी तमाम दिक्कतों को दादी नानी के बताये नुस्खे चुटकी बजाते
गर्मियों की शुरुआत हो चुकी है। ऊपर से होली का त्यौहार में तरह तरह के तीखे,चटपते, तले भुनें मसालेदार खाने को खाने के बाद पेट में होने लगी है दिक्कत तो आज हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे है जिससे फॉलो करके आप पेट की तमाम दिक्कतों से छुटकारा
रमजान का पावन माह चल रहा है। इस पवित्र महिने में मुस्लिम लोग रोजा रखते है। 13 घंटे का रोजा रखने के बाद इफ्तारी करते है। कई लोगो को इफ्तारी करने के बाद एसिडिटी, कमजोर पाचन तंत्र, लंबे समय तक खाली पेट रहने और चाय कॉफी का अधिक सेवन करने
हींग, काला नमक और अजवाइन तीनों पेट से संबंधित तमाम समस्याएं के लिए रामबाण माना जाता है। दादी नानी के नुस्खों में काला नमक, हींग और अजवाइन शामिल है। पेट में दर्द हो या फिर खाना पचने में दिक्कत, गैस या फिर कोई और दिक्कत दादी नानी फौरन एक गिलास
कभी कभी जरूरत से अधिक खाना खा लेने या फिर अधिक तला भुना मसाले दार खाना खाने की वजह से एसिडिटी की दिक्कत होने लगती है. एसिडिटी ( Acidity) की दिक्कत होने पर छाती में तेज जलन और पेट में दर्द जैसे दिक्कते होने लगती है। ऐसे में कुछ अच्छा
Benefits of Triphala: आयुर्वेद में कई तरह की औषधियों का जिक्र है। जिसमें से एक है त्रिफला। इसका इस्तेमाल कई औषधियों में किया जाता है जो कई बीमारियोों से बचाता है। त्रिफला (Triphala) को बनाने के लिए आंवला, हरीतिका यानी हर्र और बीभितिका यानी बहेड़ा को मिलाकर बनाई जाती है।
Home remedies: कुछ भी अनाप शनाप खा लेने की वजह से अधिकतर लोगो को एसिडिटी और गैस की दिक्कत होने लगती है। एसिडिटी होने की वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। एसिडिटी यानी पेट में गैस होने करी वजह से लोगों को पेट में दर्द,
Acidity and Heartburn: चटपटा स्पाईसी और खूब तेल मसाले वाला जायकेदार खाना किसे नहीं पसंद होता। खाते समय तो खूब चाव से यही खाना खा लिया जाता है। खाने का असर कुछ देर बाद पता चलता है। कुछ लोगों को सीने में जलन और एसिडिटी (Acidity) की परेशानी होने लगती