अमेठी। विदेशों में हिन्दी का प्रचार-प्रसार तेजी के साथ बढ़ रहा है। हिन्दी के पाठक बढ़ रहे हैं। विभिन्न प्रदेशों के भारतीय जब आपस में मिलते हैं तो वे हिन्दी में बात करते हैं। विदेशों में हिन्दी का भविष्य उज्जवल है। उक्त बातें ओस्लो नार्वे में स्पाइल-दर्पण पत्रिका के संपादक