नई दिल्ली : देश में अब ‘हम दो हमारे दो’ का प्रचलन भी तेजी से कम हो रहा है। इसकी बजाय एक बड़ी संख्या ऐसी है, जो एक ही बच्चा चाहते हैं। इसके चलते भारत (India) में जन्मदर में 2050 तक गिरावट देखने को मिलेगी। लैंसेट की एक रिपोर्ट में
नई दिल्ली : देश में अब ‘हम दो हमारे दो’ का प्रचलन भी तेजी से कम हो रहा है। इसकी बजाय एक बड़ी संख्या ऐसी है, जो एक ही बच्चा चाहते हैं। इसके चलते भारत (India) में जन्मदर में 2050 तक गिरावट देखने को मिलेगी। लैंसेट की एक रिपोर्ट में