देश की राजनीति में कांग्रेस पार्टी इन दिनों चुनौतियों का सामना कर रही है। कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपना घर बचाने की है। देश के कई राज्यों में कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी सड़कों पर आ गई है।
नई दिल्ली: देश की राजनीति में कांग्रेस पार्टी इन दिनों चुनौतियों का सामना कर रही है। कांग्रेस के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपना घर बचाने की है। देश के कई राज्यों में कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी गुटबाजी सड़कों पर आ गई है। पार्टी के दिग्गज नेता एक दूसरे के ऊपर तलवार तने बैठे है। पंजाब पहले से ही सुलग रहा है। नया मामला हरियाणा कांग्रेस का है। हुड्डा समर्थक कई विधायकों ने प्रभारी विवेक बंसल से मिल कर कुमारी सैलजा को हटा कर भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग की है।
हरियाणा कांग्रेस में भूपेंद्र सिंह हुड्डा बनाम कुमारी सैलजा लड़ाई कोई आज की बात नहीं है। पंजाब कांग्रेस की ही तरह हरियाणा कांग्रेस में भी कई तंबू है। और अब ये जंग अपने उबाल पर है। एक दिन पहले ही हुड्डा समर्थक 19 विधायकों ने दिल्ली आकर कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी विवेक बंसल से मुलाकात की और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा को हटा कर जिम्मेदारी भूपेंद्र सिंह हुड्डा को देने की मांग कर दी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बादली से विधायक कुलदीप वत्स ने कहा कि हमने अपने दिल की बात बता दी, भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में चुनाव होना चाहिए, दीपेन्द्र हुड्डा भी हमारे नेता हैं। पार्टी में कोई लड़ाई नहीं है।
दरअसल, हरियाणा में कांग्रेस के 31 विधायक हैं। सूत्रों के मुताबिक़ इनमें से प्रभारी विवेक बंसल से मिलने के लिए 23 ने वक्त मांगा था मगर 19 विधायक ही दिल्ली पहुंचे थे। ये 19 विधायक अगले महीने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और बाद में राहुल गांधी से मिलकर भी यहीं मांग रखेंगे। बतादें हरियाणा में जाट बनाम बाकी जातियों का टकराव भी किसी से छिपा नहीं है।