भारत का मोस्ट वांटेड आतंकवादी हाफिज सईद (Hafiz Saeed) का बेटे अपहरण हो गया है। इसका दावा कई विदेशी मीडिया संस्थानों के ट्विटर हैंडल पर किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हाफिज सईद (Hafiz Saeed) का बेटा कमालुद्दीन सईद (Kamaluddin Saeed) बीते26 सितंबर की शाम से लापता है।
नई दिल्ली। भारत का मोस्ट वांटेड आतंकवादी हाफिज सईद (Hafiz Saeed) का बेटे अपहरण हो गया है। इसका दावा कई विदेशी मीडिया संस्थानों के ट्विटर हैंडल पर किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हाफिज सईद (Hafiz Saeed) का बेटा कमालुद्दीन सईद (Kamaluddin Saeed) बीते26 सितंबर की शाम से लापता है। हालांकि, इस खबर की अभी तक अधिकारिक पुष्टि होनी बाकी है, लेकिन इस खबर के वायरल होने के बाद पाक खुफिया एजेंसी (Pakistani Intelligence Agency) आईएसआई (ISI) में हड़कंप मचा हुआ है। हाफिज के बेटे कमालुद्दीन सईद (Kamaluddin Saeed) की तलाशी (Search Operation) के लिए ISI व आतंकी उसकी तलाश में जमीन-आसमान किए एक हुए हैं।
पाक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 48 घंटे बीतने के बाद भी कमालुद्दीन का कुछ पता नहीं चल पाया है। ‘टाइम्स अल्जेब्रा’ नाम के एक ट्विटर हैंडल ने दावा किया है कि, अज्ञात लोग कमालुद्दीन सईद (Kamaluddin Saeed) को लेकर गए हैं। उसका सुराग हाथ नहीं लगा है। एक अन्य एक्स हैंडल पर कहा गया है कि, कमालुद्दीन सईद (Kamaluddin Saeed) को शाम के समय अगवा किया गया। उसे पेशावर (Peshawar) से कुछ लोग अपने साथ लेकर गए। सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि आईएसआई (ISI) को भी इस बात की भनक तक नहीं लगी।
हाफिज सईद के बेटे कमालुद्दीन के मारे जाने तक की है आशंका
आईएसआई (ISI) को डर है कि, जिस तरह भारत के कई भगोड़े आतंकी चाहे वो कनाडा हो ब्रिटेन या फिर पाकिस्तान में मारे जा चुके हैं। इन देशों में भारत विरोधी तत्वों को जिस तरह मौत के घाट उतारा गया है, उससे हाफिज सईद (Hafiz Saeed) के बेटे कमालुद्दीन के मारे जाने तक की आशंका है। बता दें कि, कुछ समय पहले हाफिज सईद (Hafiz Saeed) के घर के बाहर विस्फोट भी हुआ था। तब दावा किया था कि ये धमाका हाफिज को मारने के लिए किया गया था, लेकिन अभी तक ये तय नहीं हुआ है कि कमालुद्दीन सईद (Kamaluddin Saeed) का अपहरण किसने किया है?
जानें शक की सुई किस ओर?
हालांकि, आईएसआई (ISI) की शक की सुई भारतीय ख़ुफ़िया एजेंसी रॉ की तरफ शक है, लेकिन बिना सबूत के उंगली उठायी नहीं जा सकती। बता दें कि, हाल ही में पाकिस्तान में खालिस्तान समर्थकों को मौत के घाट उतारा गया है। तब भी शक की सुई भारत की ओर ही गई थी।