मोनू ने सभी मछुआरों को समझाया की पानी का बहाव बहुत तेज है इसलिए जाल हटाओ कोई पानी में ना बह जाये. मोनू खुद भी मछली का जाल हटाने लगा रात होने की वजह से मोनू का पैर फिसल गया और तेज बहाव में बह गया.
मुरादाबाद: गश्त के दौरान यूपी पुलिस का सिपाही मोनू रामगंगा नदी के बहाव में बह गया था. 24 घंटे के रेस्क्यू के बाद मोनू सिपाही शव बरामद हो गया है. बीते मंगलवार सुबह 3 बजे गश्त के दौरान पैर फिसलने से उफनती नदी में बह गया था. यूपी पुलिस का जवान मोनू थाना डिलारी में लेपर्ड पर तैनात था. सिपाही मोनू का शव खोजने के लिए कल सुबह 5 बजे से ही एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोर रेस्क्यू चला रहे थे. मूल रूप से जनपद गाजियाबाद के रहने वाला था सूचना मिलने पर मुरादाबाद पहुचे परिजन कल सुबह से ही नदी पर मौजूद थे.
क्यों और कैसे हुआ हादसा :-
मुरादाबाद के डिलारी थाना क्षेत्र में बढ़ा का पानी आने से चारों तरफ खेतो में पानी भर गया था. छोटी नहरों और नदियों में से पानी के बहाव में बह कर बड़ी तादात में मछली आ गयी थी. मछली पकड़ने के लिए स्थानीय लोगों ने और मछुआरों ने रास्ते की पुलियो पर मछली पकड़ने के लिए जाल लगा दिए था. डिलारी थाने में तैनात मोनू सिपाही बीती रात 3 बजे गश्त कर रहा था. चटकाली गांव के पास सड़क की पुलिया पर कुछ मछुआरें रात में जाल लगाकर मछली पकड़ रहे थे. मोनू ने सभी लोगों को समझाया की पानी का बहाव बहुत तेज है इसलिए जाल हटाओ कोई पानी में ना बह ना जाये. जिसके बाद मोनू खुद भी मछली वाला जाल हटाने लगा था. रात का अंधेरा होने की वजह से मोनू का पैर फिसल गया और तेज बहाव में बह गया. रात का अंधेरा होने की वजह से तुरंत कोई मद्द्त के लिए आगे नहीं आया. जिसके बाद इस बात की सूचना पुलिस को दी गयी थी. पुलिस और गौतखोर मौके पर पहुंच गए. गौतखोर लगातार मोनू की तालश कर रहे थे. लेकिन कोई पता नहीं चल सका था.. सिपाही मोनू गाजियाबाद का रहने वाला है और 2018 बेच का सिपाही था. राम गंगा नदी में गिरे सिपाही मोनू के परिवार वाले गाज़ियाबाद से मुरादाबाद घटना स्थल पर पहुंच गए थे. परिवार वालों का रो रो कर बुरा हाल था. ग्रामीणों के मुताबिक गश्त पर आए दो पुलिस वाले नदी में गिरे थे जिस में से एक बच गया और दूसरा डूब गया था. एसडीएम और एसपी ग्रामीण की निगरानी में रेसक्यू ऑपरेशन जारी था.
सुशील कुमार सिंह
मुरादाबाद