अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि, ईवीएम को लेकर जनता के मन में शंका होने से देश का लोकतंत्र कमज़ोर हो रहा है। बैलेट पेपर से चुनाव लोकतंत्र में विश्वास की पुनर्स्थापना के लिए ज़रूरी है। तकनीकी के माध्यम से घपलों-घोटालों की ख़बर आम बात हो गयी है, तो फिर ईवीएम शक़ के घेरे से बाहर कैसे हो सकता है।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि, देश में ईवीएम को लेकर एक जनमत कराने की आवश्यकता है। लोकतंत्र में जनता को सिर्फ़ सरकार चुनने का ही अधिकार नहीं होता, चुनने के तरीक़े और चुनने के माध्यम को चुनने का भी अधिकार होता है। दरअसल, पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों ने सभी को चौंका दिया था। मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भाजपा ने पूर्ण बहुमत हासिल किया। इसके बाद से ही विपक्षी दल ईवीएम को लेकर सवाल खड़े करने लगा।
अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि, ईवीएम को लेकर जनता के मन में शंका होने से देश का लोकतंत्र कमज़ोर हो रहा है। बैलेट पेपर से चुनाव लोकतंत्र में विश्वास की पुनर्स्थापना के लिए ज़रूरी है। तकनीकी के माध्यम से घपलों-घोटालों की ख़बर आम बात हो गयी है, तो फिर ईवीएम शक़ के घेरे से बाहर कैसे हो सकता है।
इसके साथ ही कहा, देश में ईवीएम को लेकर एक जनमत कराने की आवश्यकता है। लोकतंत्र में जनता को सिर्फ़ सरकार चुनने का ही अधिकार नहीं होता, चुनने के तरीक़े और चुनने के माध्यम को चुनने का भी अधिकार होता है। इसी के आधार पर दुनिया के विकसित देशों ने ईवीएम के स्थान पर फिर से बैलेट पेपर यानी मतपत्र से चुनाव कराना शुरू कर दिया है। बैलेट पेपर निर्वाचन की सत्यता का पुख़्ता सबूत होता है।