Parliament Security Breach Case: लोकसभा (Loksabha) और संसद भवन परिसर (Parliament House) की सुरक्षा में चूक मामले में जुटी पुलिस ने आरोपी समूह के मंसूबों को लेकर बड़ा खुलासा किया है। इस मामले के जांचकर्ताओं के मुताबिक, जिम्मेदार समूह का इरादा सरकार को अपनी ‘अवैध’ मांगों को पूरा करने के लिए मजबूर करना था। अब इस मामले में जांच पांचवें आरोपी ललित मोहन झा (Lalit Mohan Jha) पर केंद्रित हो गयी है।
Parliament Security Breach Case: लोकसभा (Loksabha) और संसद भवन परिसर (Parliament House) की सुरक्षा में चूक मामले में जुटी पुलिस ने आरोपी समूह के मंसूबों को लेकर बड़ा खुलासा किया है। इस मामले के जांचकर्ताओं के मुताबिक, जिम्मेदार समूह का इरादा सरकार को अपनी ‘अवैध’ मांगों को पूरा करने के लिए मजबूर करना था। अब इस मामले में जांच पांचवें आरोपी ललित मोहन झा (Lalit Mohan Jha) पर केंद्रित हो गयी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संसद सुरक्षा चूक मामले (Parliament Security Breach Case) में जांचकर्ताओं ने शुक्रवार को दिल्ली की एक कोर्ट को बताया कि संसद की सुरक्षा में चौंकाने वाला खतरा पैदा करने के लिए जिम्मेदार समूह देश में अराजकता पैदा करना चाहता था। उनका इरादा सरकार को अपनी ‘अवैध’ मांगों को पूरा करने के लिए मजबूर करना था। इस मामले में ललित मोहन झा को मास्टरमाइंड माना जा रहा है। ललित ने गुरुवार को पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था।
ललित को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। इसके अलावा पुलिस अब कथित तौर पर उससे जुड़े दो लोगों की भूमिका की जांच कर रही है, जिनकी पहचान राजस्थान के नागौर के रहने वाले दो भाइयों कैलाश कुमावत और महेश कुमावत के रूप में हुई है।