फेसबुक से लेकर ट्वीटर तक सोशल मीडिया के हर प्लेटफार्म पर एक फोटो कल से वायरल हो रही है। जिसमे एक दरोगा खुद मास्क पहने नजर नहीं आ रहे हैं और वो दूसरे लोगो को मास्क ना पहनने के लिए दौड़ा—दौड़ा कर पीट रहे हैं। ये मामला भारत के प्रधानमंत्री के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी का है जहां दरोगा हमारे द्वारा बचपन में सुनी गई उल्टा चोर कोतवाल को डांटे जैसी कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं।
वाराणसी। फेसबुक से लेकर ट्वीटर तक सोशल मीडिया के हर प्लेटफार्म पर एक फोटो कल से वायरल हो रही है। जिसमे एक दरोगा खुद मास्क पहने नजर नहीं आ रहे हैं और वो दूसरे लोगो को मास्क ना पहनने के लिए दौड़ा—दौड़ा कर पीट रहे हैं। ये मामला भारत के प्रधानमंत्री के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी का है जहां दरोगा हमारे द्वारा बचपन में सुनी गई उल्टा चोर कोतवाल को डांटे जैसी कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। आपको बता दें कि कुछ लोगों ने दारोगा की फोटो वायरल की तो अधिकारियों ने इस मामले में तत्काल संज्ञान लिया और दारोगा का ही चालान कर दिया गया।
वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कोरोना का कहर बढ़ता देख शाम चार बजे के बाद लोगों के घाट पर टहलने पर रोक लगा दी है। जिलाधिकारी के आदेश का पालन कराने सोमवार की शाम चार बजे तुलसी घाट पर अस्सी चौकी पर तैनात दारोगा गौरव उपाध्याय पहुंच गए। लोगों को प्रोटोकाल का पालन कराने की उन पर जिम्मेदारी थी लेकिन वह खुद प्रोटोकाल का उल्लंघन करते दिखाई दिये। खुद बिना मास्क लगाए ही लोगों को डंडे से खदेड़ते दिखे।
रीवा घाट के समीप जो टहलते मिले उसे दारोगा ने लाठी से पीटने शुरू कर दिया। इस दौरान दारोगा की पिस्टल भी होल्स्टर (लेदर केस) की जगह फिल्मी स्टाइल में कमर में दिखाई दी। कुछ लोगों को दारोगा का यह रूप पसंद नहीं आया और तस्वीरें पुलिस कमिश्नरेट को ट्वीट कर दी। तस्वीर ट्वीट होते ही पुलिस एक्शन में आ गई। पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी की तरफ से बताया गया कि भेलूपुर इंस्पेक्टर ने सार्वजनिक स्थान पर मास्क नहीं लगाने के कारण दारोगा का चालान कर दिया है।