उत्तर प्रदेश में डेंगू के मरीजो की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। आंकडो के अनुसार प्रदेश भर में डेंगू के मरीजो की संख्या 9 हजार के पास पहुंच चुकी है। इस साल प्रदेश की राजधानी लखनऊ में डेंगू के मरीजो की संख्या 1430 के पार, प्रयागराज में 1432 और अयोध्या में 630 पहुंच चुकी है।
उत्तर प्रदेश में डेंगू के मरीजो की संख्या में लगातार इजाफा होता जा रहा है। आंकडो के अनुसार प्रदेश भर में डेंगू के मरीजो की संख्या 9 हजार के पास पहुंच चुकी है। इस साल प्रदेश की राजधानी लखनऊ में डेंगू के मरीजो की संख्या 1430 के पार, प्रयागराज में 1432 और अयोध्या में 630 पहुंच चुकी है।
पिछले साल के मुकाबले इस साल कम है मरीजो की संख्या
उत्तर प्रदेश में पिछले साल नंबवर तक 25 हजार से अधिक मरीजो की संख्या दर्ज की गई थी। इस साल 6 नवंबर तक प्रदेश में 8963 मामले सामने आये है। इस साल के आंकडो में प्रदेश में डेंगू के मरीजो में काफी कमी देखी गई है। पिछले साल जहां प्रदेश में औसतन प्रतिदिन मरीजो की संख्या 300 सामने आ रही थी, वही इस वर्ष डेंगू के मरीजो की औसतन संख्या 200 सामने आ रही है। इसके अलावा पिछले साल जहां प्रदेश में डेंगू से हुई मौत का आंकडा 25 रहा था, वहीं इस वर्ष यह आंकडा 10 है। लखनऊ में सोमवार को डेंगू के 40 नये मामले सामने आये थे। स्वास्थ विभाग के अनुसार लखनऊ के ब्लड बैंको में 1082 यूनिट प्लेटस उपलब्ध है।
गोरखपुर में भी लगातार बढ़ रही मरीजो की संख्या
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में भी डेंगू के मरीजो की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। गोरखपुर के गांव और शहरी क्षेत्रो में डेंगू के मरीजो की संख्या बढ़ रही है। गोरखपुर में यह आंकाडा 200 के पार पहुंच चुका है। गोरखपुर के राघवदास मेडिकल कॉलेज में 700 से अधिक मरीजो की रैपिड जांच पोजिटिव आई थी। इनमे से 90 लोगो की एलाइजा जांच में डेंगू संक्रमण मिला था। महंगा होने के कारण बहुत से लोग एलाइजा जांच नही कराते है, मगर स्वास्थय विभाग रैपिड़ जांच को नही एलाइजा जांच को मानता है।
क्या है डेंगू के लक्षण
डेगू बुखार होने पर मरीज को तेज सिर दर्द, माशपेशियो, हडिडयो और जोड़ो में दर्द, जी मिचलाना, उल्टी लगना, आंख के पीछे दर्द, सूजन होना, त्वचा पर लाल चकते होना है।
डेंगू से बचाव के लिए क्या बरते सावधानियां
एड़ीज मच्छर के काटने से डेंगू फैलता है। ये मच्छर केवल पानी के स्रोतो में ही पैदा होते है जैसे नालिया, गढढे, रुम कूलर, टूटी बोतले, पूराने टायरो या ऐसी वस्तुऐ जहां पानी ठहरता है। इससे बचाव के लिए अपने घर के आस-पास पानी को एकत्र नही होने दें, यदि कोई गढढा बना हुआ है तो उसे मिटटी से ढक दें। रुकी हुई नालियो को साफ कर दें। रूम कूलर और फूलदानो को सप्ताह में एक बार पूरी तरह से खाली कर दें। उसके बाद उन्हे सुखाये और फिर से भर सकते है। पानी की टंकियो और बर्तनो को सही तरह से ढक कर रखें ताकि मच्छर उनमें प्रवेश ना कर सकें। इसके अलावा अपने घर के आस-पास साफ सफाई रखें।