असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि कोई भी बुलडोज़र एक्शन लेने से पहले सरकार को क़ानून की प्रक्रिया (due process) का पालन करना होगा। बिना बिल्डिंग मालिक को अपनी बात रखने का मौका दिए कोई कार्रवाई नहीं हो सकती।
Haryana Nuh violence: हरियाणा के नूंह में हिंसा के बाद कार्रवाई शुरू हो गयी है। जिला प्रशासन के निर्देश पर अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Chief Minister Manohar Lal Khattar) ने भी हिंसा करने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। इस बीच AIMIM पार्टी के चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने बुलडोजर एक्शन पर सवाल उठाए हैं।
असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि कोई भी बुलडोज़र एक्शन लेने से पहले सरकार को क़ानून की प्रक्रिया (due process) का पालन करना होगा। बिना बिल्डिंग मालिक को अपनी बात रखने का मौका दिए कोई कार्रवाई नहीं हो सकती।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, बस इल्ज़ाम की बुनियाद पर सैकड़ों ग़रीब परिवारों को बेघर कर दिया गया। भले ही संघी अपनी बर्बरता पर गर्व करते हों, लेकिन न ये क़ानूनी तौर पर सही है और न ही इंसानियत के तक़ाज़े से जायज़ है। हरियाणा में सिर्फ़ ग़रीब मुसलमानों को निशाना बनाया गया है और एक तरफ़ा कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने कहा है कि, असली मुज़रिम बंदूक़ लेकर खुले आम घूम रहे हैं। उनके आगे तो खट्टर सरकार ने अपने घुटने टेक दिए। मिट्टी के मकान और झुग्गी-झोपड़ियों को तोड़ कर अपने-आप को ताक़तवर समझना क्या बड़ी बात है?