बिहार में चुनाव के बीच जेडीयू और आरजेडी के बीच काफी क्लेश देखने को मिल रहा है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले दोनों पार्टी एक दूसरे पर लगातार तंज़ कस रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Nitish-Tejashwai Clash) के बीच क्लेश देखने को मिली। चाचा और भतीजा का राजनीतिक गठबंधन टूटने के बाद वे फिर से एक दूसरे के खिलाफ हो गए हैं। इसके बाद से दोनों एक-दूसरे पर अक्सर तंज़ कसते नजर आते हैं।
बिहार में चुनाव के बीच जेडीयू और आरजेडी के बीच काफी क्लेश देखने को मिल रहा है। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले दोनों पार्टी एक दूसरे पर लगातार तंज़ कस रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Nitish-Tejashwai Clash) के बीच क्लेश देखने को मिली। चाचा और भतीजा का राजनीतिक गठबंधन टूटने के बाद वे फिर से एक दूसरे के खिलाफ हो गए हैं। इसके बाद से दोनों एक-दूसरे पर अक्सर तंज़ कसते नजर आते हैं। बता दें बुधवार को तो नीतीश ने तेजस्वी को बच्चा तक कह दिया।
मॉनसून सत्र: नीतीश-तेजस्वी में नोकझोंक
तेजस्वी यादव विधानसभा में SIR प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे थे। उन्होंने सरकार और चुनाव आयोग पर जमकर तंज़ कसा। इसी बीच, CM नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को टोकते हुए उनके आरोपों का करारा जवाब दिया। सीएम नीतीश ने तेजस्वी यादव के खिलाफ जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि अरे सुनो ना पहले, पहले तो थे ना… बात बोल रहे हो… काहे के लिए बोल रहे हो. जब तुम्हारी उम्र कम थी उस समय तुम्हारे पिताजी 7 साल मंत्री थे फिर तुम्हारी माता जी मंत्री रहीं. उस समय की क्या स्थिति है, पहले क्या था, बीते 20 साल में हमने जो किया वो सबके सामने है है उसे किसी को बताने कोई जरूरत नही है।
तेजस्वी ने SIR पर उठाए सवाल
दरअसल तेजस्वी यादव ने कहा था कि संविधान में 18 साल से ऊपर के सिटीजन को वोट देने का अधिकार है। हम SIR के विरोधी नहीं हैं, लेकिन इसकी प्रक्रिया का हम विरोध करते हैं. पारदर्शिता होनी चाहिए और ईमानदारी से निष्पक्ष होकर चुनाव आयोग को काम करना चाहिए था, लेकिन वह नहीं हो रहा है.
बजट सत्र: तेजस्वी-नीतीश की तीखी बहस
बता दें इससे पहले भी नीतीश-तेजस्वी के बीच मार्च महीने में बजट सत्र के दौरान भी तीखी बहस देखी गई थी। दरअसल ,नीतीश कुमार ने लालू यादव के राजनीतिक सफलता का क्रेडिट खुद लिया तो तेजस्वी आक्रोशित हो गए थे. उन्होंने पलटवार करते हुए कहा था कि नीतीश कुमार को दो बार मुख्यमंत्री बनाने में उनकी भूमिका अहम थी. इतना ही नहीं तेजस्वी ने नीतीश सरकार और राजनीतिक बदलावों की भी आलोचना की।