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एक भी मिसाल ऐसी नहीं है कि हलाल सर्टिफिकेशन का पैसा आतंकवाद में या लव जिहाद में लगा हो:- पूर्व सपा सांसद डॉ एसटी हसन

यूपी से मिडिल ईस्ट में मीट जाता है तो मिडिल ईस्ट के लोग बिना हलाल सर्टिफिकेट के मीट नहीं लेते हैं उसे सरकार ने बंद क्यों नहीं किया. अपने घर वालों के लिए बंद कर दिया और बाहर वालों के लिए खोल दिया.

By Sushil Singh 
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मुरादाबाद:- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में हलाल सर्टिफिकेशन को लेकर बयान दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि हलाल सर्टिफिकेशन के जरिये 25 हजार करोड़ रुपये का फंड इकट्ठा किया गया और वो पैसा आतंकवाद, लव जिहाद और धर्मांतरण में इस्तेमाल किया जाता है. इस पर सपा के पूर्व सांसद डॉ एसटी हसन ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम हलाल मीट इस्तेमाल करते हैं, बिना हलाल मीट हमारे लिए हराम है, हम किसी होटल पर भी खाना खाते हैं तो पूछ लेते हैं. कॉस्मेटिक में लिपस्टिक में अगर सुअर की चर्बी लगी है, तो वो हमारे लिए हराम है, गाय की चर्बी से बनी लिपस्टिक भी हमारे लिए हराम है.

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डॉ एसटी हसन ने कहां कि यूपी से मिडिल ईस्ट में मीट जाता है तो मिडिल ईस्ट के लोग बिना हलाल सर्टिफिकेट के मीट नहीं लेते हैं उसे सरकार ने बंद क्यों नहीं किया. अपने घर वालों के लिए बंद कर दिया और बाहर वालों के लिए खोल दिया ये बात हमारी समझ में नही आती आखिर कब तक हलाल हराम करके कब तक वोटों का धुर्वीकरण किया जायेगा.

क्या देबबंद आतंकी संस्था हैं :-

डॉ एसटी हसन ने कहां कि इस फंड के आतंकवाद, लव जिहाद पर खर्च होने के सवाल पर कहा कि क्या देवबंद आतंकवादी संस्था है. हमें इतने बड़े पदों पर बैठे हुए लोगो से इस तरह के बयानात की उम्मीद नहीं थी. उन्हें शोभा नहीं देती है, क्या एक भी मिसाल ऐसी नहीं है कि हलाल सर्टिफिकेशन का पैसा आतंकवाद में या लव जिहाद में लगा हो, लव जिहाद बीते 10 साल से सामने आया है. बच्चे प्यार मोहब्बत कर लेते हैं, इश्क मोहब्बत तो सदियों से चला आ रहा, हीर रांझा हो लैला मजनू और शीरी फरात, 21वीं सदी में बच्चे दूसरे धर्म से प्यार कर लेता है. जब समाज और संगठनों के दवाब में आकर कह देता है कि उसे धर्म के बारे में जानकारी नहीं थी या फिर धर्म छुपाया, आज के दौर जो किसी को अपना शरीके हयात बना रहा है और उसके बारे में जानकारी नहीं तो ऐसा मुमकिन नहीं है. पहचान छुपाकर प्यार मोहब्बत करना भी जायज नहीं है.

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सुशील कुमार सिंह

मुरादाबाद

 

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