उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पिछले एक महीने के राजनीतिक घटनाक्रम की बात करें तो राजनीति के गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म रहा है। हाल में भाजपा और आरएसएस के बड़े नेताओं ने राजधानी लखनऊ का दौरा किया है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पिछले एक महीने के राजनीतिक घटनाक्रम की बात करें तो राजनीति के गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म रहा है। हाल में भाजपा और आरएसएस के बड़े नेताओं ने राजधानी लखनऊ का दौरा किया है। इसी बीच मंत्रिमंडल विस्तार से लेकर संगठन में बदलाव की चर्चा तेजी चलती रही है, लेकिन फिलहाल अभी तक कोई खास बदलाव नहीं देखने को मिला है।
हाल में यहां तक भी कहा गया कि मोदी और योगी के बीच कुछ गड़बड़ है। इस कयास को तब बल मिला जब पीएम मोदी ने कानपुर में हादसे में 17 लोग मारे गये लोगों के लिए ट्वीट कर दिया। ऐसा पहली बार हुआ कि पीएम मोदी ने घटना के बारे में यूपी से पहले ट्वीट करके न सिर्फ संवेदना जताई बल्कि पीएम फंड से पीड़ितों को मुआवज़ा भी देने का ऐलान किया। वह भी बिना योगी सरकार को टैग किये बिना। इसके बाद योगी सरकार ने आनन-फानन में रात में सरकार की तरफ से ट्वीट किया गया।
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ की बुधवार देर रात लखनऊ में स्वतंत्र देव सिंह और सुनील बंसल के साथ बैठक की है। इस बैठक के बारे में वैसे तो सरकार की तरफ से कहा गया कि ये हर महीने होने वाली रूटीन बैठक थी ,लेकिन इस बैठक में शामिल होने के लिये सुनील बंसल अपने-अपने कार्यक्रमों से हेलीकॉप्टर से वापस लखनऊ पहुंचे थे। पार्टी सूत्रों की मानें सीएम योगी हाल के दिनों में सियासी क़यासों के बारे में रिपोर्ट देने के लिये दिल्ली गये हुए हैं।
योगी की दिल्ली यात्रा को यूपी पंचायत चुनाव और आगामी विधानसभा चुनावी रणनीति पर चर्चा से जोड़कर देखा जा रहा है। सबसे अहम बात ये कि हाल के दिनों में ही बीएल संतोष के ज़रिये यूपी के बारे में रिपोर्ट केंद्र में दी गयी हैं। उसके बारे में भी बातचीत इस अचानक यात्रा का एजेंडा हो सकती है।