मुख्यमंत्री ने कहा कि, आए दिन पेट्रोल पंपों पर घटतौली/मिलावट की शिकायत मिलती रहती हैं। यह एक प्रकार की कर चोरी है। यहां औचक छापेमारी कर कार्रवाई की जाए। आवश्यकतानुसार विभाग द्वारा STF अथवा पुलिस के अन्य बलों की सहायता भी ली जाए।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने बुधवार को राजस्व संग्रह अभिवृद्धि के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समेकित प्रयासों से प्रदेश में GST संग्रह में सतत बढ़ोतरी हो रही है। वर्ष 2021-22 में ₹98,107 करोड़ का राजस्व संग्रह हुआ है। GST कंजम्प्शन आधारित कर प्रणाली है। राज्य के सकल घरेलू उत्पाद एवं प्रति व्यक्ति आय तथा देश की GDP की वृद्धि दर के दृष्टिगत ही राजस्व प्राप्ति होती है। अतः कंजम्प्शन में वृद्धि के लिए नियोजित प्रयासों की जरूरत है।
सीएम ने कहा कि, डीलर बेस में वृद्धि के लिए राज्य कर विभाग द्वारा किए गए प्रयासों के अच्छे परिणाम मिले हैं। सतत प्रयासों से वर्तमान में GST पंजीकृत व्यापारियों की संख्या 17.44 लाख हो गई है, जो कि देश में सर्वाधिक है। इसे आगामी 01 वर्ष में 30 लाख तक करने के प्रयास हों। इसके साथ ही कहा कि, सरकारी विभागों द्वारा संविदाकार को भुगतान करते समय TDS/TCS की कटौती करके जमा किए जाने वाले विवरण GSTR-7 के आधार पर कार्यदायी संस्था का पता लगाकर रिटर्न व देय कर जमा कराया जाए।
आए दिन पेट्रोल पंपों पर घटतौली/मिलावट की शिकायत मिलती रहती हैं। यह एक प्रकार की कर चोरी है।
यहां औचक छापेमारी कर कार्रवाई की जाए।
आवश्यकतानुसार विभाग द्वारा STF अथवा पुलिस के अन्य बलों की सहायता भी ली जाए: #UPCM @myogiadityanath pic.twitter.com/u8K5MhoQLo
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— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) July 6, 2022
GSTR-7 एवं 3B के अंतर के आधार पर टैक्स जमा कराया जाए। सीएम ने कहा कि, राजस्व की चोरी राष्ट्रीय क्षति है। कर चोरी रोकने के लिए सभी जिलों में एक टास्क फोर्स गठित की जाए। ऐसे लोगों को चिह्नित करते हुए उनके खिलाफ छापेमारी की जाए। छापेमारी से पूर्व आवश्यक सूचनाएं एकत्रित कर ली जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि, आए दिन पेट्रोल पंपों पर घटतौली/मिलावट की शिकायत मिलती रहती हैं।
यह एक प्रकार की कर चोरी है। यहां औचक छापेमारी कर कार्रवाई की जाए। आवश्यकतानुसार विभाग द्वारा STF अथवा पुलिस के अन्य बलों की सहायता भी ली जाए। इसके साथ ही कहा कि, GST की कर प्रणाली में समस्त कार्य ऑनलाइन किए जाने से अनेक प्रकार के डाटा उपलब्ध हैं, जिनका IT टूल्स के माध्यम से विश्लेषण करते हुए राजस्व संग्रह के लिए प्रयास किए जाएं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल्स का भी अधिकाधिक प्रयोग करें।