देहरादून। कल उतराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद ये चर्चा होना शुरु हो गया था की अगला सीएम कौन होगा। इस दौड़ में कई बड़े नाम शामिल थे। अजय भट्ट, धन सिंह रावत, अनिल बलूनी एवं कुछ अन्य नेताओं का नाम भी मुख्यमंत्री पद के लिए सामने आने लगा था लेकिन भाजपा हाई कमान ने हमेशा की तरह सबको चौंकाते हुए सांसद तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड का नया सीएम बनाने की घोषणा कर दी है। बताया जा रहा है कि अगले वर्ष होने वाले चुनावों और रावत की संगठन क्षमता को देखते हुए पार्टी ने उन्हें यह बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। वे संघ और भाजपा के बीच समन्वय में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। इसके साथ ही रावत के सामने सबसे बड़ी जिम्मेदारी उत्तराखंड में चल रहे हरिद्वार कुंभ की होगी। आइए जानते हैं कौन हैं तीरथ सिंह रावत और कैसी रही है उनकी राजनीतिक यात्रा।
1. तीरथ सिंह रावत वर्ष उत्तराखंड के पहले शिक्षामंत्री रह चुके हैं।
2. वर्तमान में रावत पौड़ी गढ़वाल से भाजपा के सांसद हैं। 2019 में उन्होंने कांग्रेस के मनीष खंडूड़ी को बड़े अंतर से चुनाव में पटखनी दी थी।
3. रावत 9 फरवरी, 2013 से 31 दिसंबर, 2015 उत्तराखंड भाजपा के अध्यक्ष भी रहे।
4. तीरथ सिंह रावत जब उत्तराखंड प्रदेश के अध्यक्ष थे, तब भाजपा ने सभी 5 सीटों पर विजय हासिल की थी।
5. 2007 में रावत को उत्तराखंड राज्य का पार्टी महामंत्री बनाया गया।
6. वर्ष 2012 में चौबटाखाल विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए।
7. रावत 1983 से 1988 तक आरएसएस के प्रचारक भी रहे। साथ ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (उत्तराखंड) के संगठन मंत्री भी रहे।
8. उत्तराखंड राज्य बनने से पूर्व 1997 में रावत उत्तर प्रदेश विधानसभा परिषद के सदस्य भी रहे।
9. तीरथसिंह रावत उत्तराखंड के नौवें मुख्यमंत्री होंगे। इनमें 3 बार कांग्रेस के हरीश रावत मुख्यमंत्री रह चुके हैं, जबकि 2 बार भाजपा नेता भुवनचंद्र खंडूड़ी मुख्यमंत्री रहे हैं। कांग्रेस के नारायणदत्त तिवारी एकमात्र ऐसे नेता रहे हैं जिन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में 5 साल का अपना कार्यकाल पूरा किया।
10. ऐसा माना जा रहा है कि तीरथ सिंह निवर्तमान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत की ही पसंद हैं। दोनों लंबे समय तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक में साथ-साथ काम कर चुके हैं।