साल 2020 के नवंबर महीने से साल 2021 के अंत तक देश के किसान केंद्र सरकार द्वारा लाये गये तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के बॉर्डरों पर बैठे रहे। साल 2021 के अंतिम महीनों के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन कानूनों को वापस लेने का फैसला कर और किसानों से उनको घर लौट जानें का आग्रह किया।
नई दिल्ली। साल 2020 के नवंबर महीने से साल 2021 के अंत तक देश के किसान केंद्र सरकार द्वारा लाये गये तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के बॉर्डरों पर बैठे रहे। साल 2021 के अंतिम महीनों के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) ने इन कानूनों को वापस लेने का फैसला कर और किसानों से उनको घर लौट जानें का आग्रह किया। आंदोलन से जुड़ी तमाम यादों को संजोने के लिए दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने एक योजना तैयार की है।
दिल्ली सरकार ने राज्य के 12 प्रमुख प्रवेश स्थानों पर प्रवेश द्वार बनाने की योजना तैयार की है। विशेष तौर पर टीकरी बॉर्डर वाले प्रवेश द्वार पर। योजना को पिछले वर्ष कैबिनेट की ओर से मंजूरी भी मिल चुकी है। योजना के तहत दिल्ली सरकार(Delhi Government) पहले चरण में पांच प्रवेश द्वार बनाएगी। ये पांच प्रवेश द्वार गुड़गांव बॉर्डर, टीकरी कलां बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, अप्सरा बॉर्डर और कौशांबी के पास आनंद विहार बॉर्डर पर बनाए जाएंगे।
टीकरी बॉर्डर पर प्रवेश द्वार के सौंदर्यीकरण में किसान आंदोलन(Kisan Andolan) के चित्र समेत दिल्ली के ग्रामीण इलाकों की झलक दिखाई जाएगी। दिल्ली अर्बन आर्ट कमीशन (डीयूएसी) ने टीकरी बॉर्डर पर एक प्रवेश द्वार का निर्माण करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसके अलावा प्रवेश स्थान पर 200 मीटर तक के क्षेत्र के सौंदर्यीकरण को भी मंजूरी दी गई है। दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम द्वारा इन द्वारों का निर्माण किया जाएगा।
ये निम्नलिखित कार्य कराये जाएंगे:
1: प्रवेश द्वार से 200 मीटर के हिस्से का सौंदर्यीकरण होगा।
2: दिल्ली में आपका स्वागत है, इसे प्रभावी तरीके से दर्शाया जाएगा।
3: मेट्रो लाइन वाले हिस्से को आकर्षक बनाया जाएगा।
4: राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट व दांडी मार्च आदि को कलात्मक तरीके से दिखाया जाएगा।