भगवान शिव की असीम कृपा पाने के लिए शिव भक्त भोले नाथ् को प्रसन्न करने के लिए अनेक प्रकार के जप तप करते हैं। भगवान भोले नाथ् का को समर्पित व्रत प्रदोष है।
नई दिल्ली: भगवान शिव की असीम कृपा पाने के लिए शिव भक्त भोले नाथ् को प्रसन्न करने के लिए अनेक प्रकार के जप तप करते हैं। भगवान भोले नाथ् का को समर्पित व्रत प्रदोष है। एक महीने में दो बार प्रदोष व्रत पड़ता है। एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में। आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 7 जुलाई को है और इस दिन बुधवार है, इस कारण इस दिन पड़ने वाले व्रत को ‘बुध प्रदोष व्रत’ कहा जा रहा है।
प्रदोष व्रत प्रारंभ – 01:02 am जुलाई 07
प्रदोष व्रत समाप्त – 03:20 am जुलाई 08
इन मंत्रों से भगवान शिव को करें प्रसन्न्
ॐ ब्रह्म ज्ज्ञानप्रथमं पुरस्ताद्विसीमतः सुरुचो वेन आवः, स बुध्न्या उपमा अस्य विष्ठाः सतश्च योनिमसतश्च विवः
ॐ नमः श्वभ्यः श्वपतिभ्यश्च वो नमो नमो भवाय च रुद्राय च नमः. शर्वाय च पशुपतये च नमो नीलग्रीवाय च शितिकण्ठाय च