रणबीर कपूर, रश्मिका मंदाना, अनिल कपूर और बॉबी देओल अभिनीत संदीप रेड्डी वांगा की एनिमल इस शुक्रवार को रिलीज़ हुई, वहीं फिल्म पर आलोचकों और दर्शकों दोनों से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। इस कड़ी में अपने विवादित बयानों और फिल्म मेकिंग के लिए मशहूर निर्देशक राम गोपाल वर्मा ने भी फिल्म को लेकर अपना रिएक्शन दिया है।
मुंबई: फिल्म एनिमल इस शुक्रवार को रिलीज़ हुई, वहीं फिल्म पर आलोचकों और दर्शकों दोनों से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। इस कड़ी में अपने विवादित बयानों और फिल्म मेकिंग के लिए मशहूर निर्देशक राम गोपाल वर्मा ने भी फिल्म को लेकर अपना रिएक्शन दिया है। फिल्म निर्माता ने लिखा कि फैटल अट्रैक्शन और लोलिता के फिल्म निर्माता एड्रियन लिन (Adrian Lynn) ने एक बार कहा था कि फिल्मों को अपने मूल संदेशों के बारे में जोरदार बहस करनी चाहिए। राम गोपाल वर्मा (Ramgopal Varma) ने कहा कि संदीप ने एनिमल के साथ इसे सक्सेसफुली हासिल किया।
आपको बता दे, विस्तार से बताते हुए उन्होंने लिखा कि वे बताते हैं कि एनिमल का बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन खत्म होने के काफी समय बाद तक इसके कंटेंट और रणबीर के किरदार को लेकर बड़े पैमाने पर झगड़े होंगे और मुझे सच में विश्वास है कि संदीप ने जिस तरह से काम किया है, उसके कारण यह एक कल्चरल बदलाव को भी जन्म दे सकता है।
इसके बाद आगे उन्होंने कहा कि अपनी नंगी ईमानदारी से नैतिक पाखंड के कपड़े फाड़ डाले। ऐसा इसलिए है क्योंकि एनिमल महज एक फिल्म नहीं है… ये एक सामाजिक बयान है।फिल्म का एक अहम सीन, जिसमें रणबीर का किरदार दुश्मनों से भरे एक कमरे में बंद होता है लेकिन वो भी हथियारों से लैस होता है। उसे इस किरदार के लिए बखूबी तैयार किया गया था। राम गोपाल वर्मा ने लिखा कि मेरे पसंदीदा क्षणों में से एक वह है जब दर्शकों में मेरे सहित सभी की उम्मीदों के विपरीत, वह एक बेसबॉल बैट या कुछ और के साथ वापस आएगा, लेकिन जब वह एक मशीन गन के साथ वापस आता है तो हम सभी पागल हो जाते हैं।
View this post on Instagram
पढ़ें :- PM नरेंद्र मोदी ने गर्मजोशी से किया कपूर फैमिली का स्वागत, तस्वीर हुई वायरल
अंत में अपने रिव्यू के बारे में लिखते हुए राम गोपाल वर्मा ने साफतौर पर कहा कि रणबीर कपूर के पैरों को चूमना चाहते हैं और डायरेक्टर संदीप को किस करना चाहते हैं।फिल्म बॉक्स ऑफिस पर पहले ही 100 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर चुकी है।
एनिमल की बात की जाए तो फिल्म के कुछ दृश्यों की दर्शकों द्वारा आलोचना की गई है क्योंकि उनका उद्देश्य बिना किसी उद्देश्य के उकसाना है। इस पर वर्मा ने लिखा कि कुछ बेतरतीब हास्य दृश्य जैसे ब्रा स्ट्रैप को पीटना, डॉक्टरों के साथ सेक्स के बारे में बात करना आदि कुछ ऐसी चीजें थी जिनकी कोई जरूरत नहीं थी लेकिन वे वास्तव में हीरो के कैरेक्टर को चलाने के लिए दर्शकों के दिमाग में अवचेतन रूप से एक स्लेजहैमर के रूप में कार्य करते हैं।