प्रतिभा भौमिक (Pratima Bhowmik) की जनता में पकड़ अच्छी है। उनकी गिनती जमीन से जुड़े नेताओं में होती है। बताया जाता है कि, वह कॉलेज के दिनों से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रति आकर्षित रहीं और बाद में भाजपा (BJP) में शामिल हो गईं। भौमिक को लोग उनकी सिंपल लाइफ स्टाइल से पहचानते हैं। साथ ही उन्हें जमीन से जुड़ा हुआ नेता मानते हैं।
Tripura New CM: त्रिपुरा में भाजपा एक बार फिर से सरकार बनाने जा रही है। यहां पर आई IPFT-BJP गठबंधन ने 33 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की है। चुनावी नतीजों के बाद मुख्यमंत्री माणिक साहा ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके साथ ही नई सरकार के गठन की चर्चाओं ने भी जोर पकड़ लिया है। कहा जा रहा है कि इस बार त्रिपुरा (Tripura) को महिला मुख्यमंत्री मिल सकती है। कहा जा रहा है कि भाजपा (BJP) प्रतिमा भौमिक (Pratima Bhowmik) को राज्य का मुख्यमंत्री बना सकती है। बता दें कि, प्रतिमा भौमिक (Pratima Bhowmik) के पास फिलहाल केंद्र में सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्रालय है। वह लोकसभा में पश्चिम त्रिपुरा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं। भौमिक 90 के दशक से ही त्रिपुरा में भाजपा का चेहरा बनी हुई हैं। वह 1991 में भाजपा में शामिल हुई थीं।
जमीन से जुड़े नेताओं में होती है गिनती
कहा जाता है कि प्रतिभा भौमिक (Pratima Bhowmik) की जनता में पकड़ अच्छी है। उनकी गिनती जमीन से जुड़े नेताओं में होती है। बताया जाता है कि, वह कॉलेज के दिनों से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रति आकर्षित रहीं और बाद में भाजपा (BJP) में शामिल हो गईं। भौमिक को लोग उनकी सिंपल लाइफ स्टाइल से पहचानते हैं। साथ ही उन्हें जमीन से जुड़ा हुआ नेता मानते हैं।
ऐसा रहा है राजनीतिक सफर
बता दें कि, प्रतिमा भौमिक (Pratima Bhowmik) भाजपा (BJP) में शामिल होने के त्रिपुरा राज्य समिति की मेंबर बन गईं। 1992 में उन्हें धनपुर मंडल के नेता के रूप में नियुक्त किया गया। वह त्रिपुरा की भाजपा महिला मोर्चा और संगठन की राज्य युवा शाखा की उपाध्यक्ष चुनी गईं। बीजेपी (BJP) के उपाध्यक्ष के तौर पर 2 साल काम करने के बाद 2018 के चुनावों से पहले उन्हें त्रिपुरा BJP महासचिव नियुक्त किया गया। इस इलेक्शन में BJP को भारी जीत मिली। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में भौमिक ने 3 लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। वह त्रिपुरा की पहली महिला भाजपा सांसद हैं। साथ ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में नियुक्त होने के बाद केंद्रीय मंत्री बनने वाली पहली स्थायी निवासी भी बनीं।