नई दिल्ली। अमेरिका के पूर्व राष्टृपति डोनाल्ड ट्रंप अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। हाल में उन्होंने 2024 के चुनाव में उतरने की घोषणा की थी। अब एक बार फिर उन्होंने 2020 के चुनाव का मामला उठा दिया है। ट्रंप ने “बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी” करार देते हुए अमेरिकी संविधान को समाप्त करने का आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि बड़ी टेक कंपनियां डेमोक्रेट्स के साथ मिलकर उनके खिलाफ हो गई हैं। ट्रंप ने अपने सोशल नेटवर्क एप ट्रुथ पर पोस्ट करते हुए लिखा कि 2020 के चुनाव में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी हुई थी जो कि संविधान में पाए गए सभी नियमों, विनियमों और लेखों को समाप्त करने की अनुमति देती है।
इसके साथ ही उन्होंने आरोप लगाया है कि, हमारे महान ‘संस्थापक’ झूठे और कपटपूर्ण चुनावों को नहीं चाहते थे और न ही माफ करेंगे। वहीं, व्हाइट हाउस ने ट्रंप के बयान की निंदा करते हुए कहा कि संविधान और इसके सभी सिद्धांतों पर हमला करना हमारे राष्ट्र की आत्मा के लिए अभिशाप है और इसकी सार्वभौमिक रूप से निंदा की जानी चाहिए।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता एंड्रयू बेट्स ने कहा कि जब आप जीतते हैं तो आप केवल अमेरिका से प्यार नहीं कर सकते। उन्होंने संविधान को पवित्र दस्तावेज बताया।