HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. बरेली जेल में ढाई घंटे की मीटिंग और 23 मुलाकात, अशरफ ने ऐसे रची थी उमेश पाल हत्याकांड की साजिश

बरेली जेल में ढाई घंटे की मीटिंग और 23 मुलाकात, अशरफ ने ऐसे रची थी उमेश पाल हत्याकांड की साजिश

यूपी के प्रयागराज जिले में उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) को अंजाम देने के लिए बरेली जेल (Bareilly Jail) में 11 फरवरी को माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed)  के भाई अशरफ (Ashraf ) से ढाई घंटे तक मीटिंग चली थी। बरेली जेल में हुई इस मीटिंग में 8 लोग शामिल हुए थे।

By संतोष सिंह 
Updated Date

प्रयागराज । यूपी के प्रयागराज जिले में उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) को अंजाम देने के लिए बरेली जेल (Bareilly Jail) में 11 फरवरी को माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed)  के भाई अशरफ (Ashraf ) से ढाई घंटे तक मीटिंग चली थी। बरेली जेल में हुई इस मीटिंग में 8 लोग शामिल हुए थे। मोहम्मद अजहर के नाम से एक आवेदन अशरफ (Ashraf )  से मुलाकात के लिए दिया गया था। अजहर के आवेदन के साथ अतीक अहमद (Atique Ahmed) के बेटे असद का आधार कार्ड लगा था, इसके बाद असद को Enter कराया गया था।

पढ़ें :- अतीक अहमद के बेटे और शूटर गुलाम को ढेर करने वाले पुलिसकर्मियों को मिलेगा राष्ट्रपति सम्मान

बताया जा रहा है कि बरेली जेल में दिन में 1:22 pm पर 8 लोग अशरफ अहमद से मुलाकात करने गए थे। इसके बाद दोपहर 3:14 बजे वे मुलाकात कर बाहर निकले थे। इस मुलाकात में असद, मोहम्मद गुलाम, गुड्डू मुस्लिम, विजय उर्फ उस्मान चौधरी शामिल थे।  बीते 17 महीने में अशरफ से इन लोगों ने 23 बार मुलाकातें की थीं। 23 मुलाकातों में 9 मुलाकातें ऑपरेशन के जरिए और 14 बार मुलाकात आवेदन के जरिए की गई थीं। 26 सितंबर 2021 से 21 दिसंबर 2021 तक और 26 जून 2022 तक 9 मुलाकातें कंप्यूटराइज पर्ची के जरिए हुई थीं। बाकी 14 मुलाकातें आवेदन के जरिए करवाई गईं।

पुलिस ने दिल्ली में असद अहमद के 3 मददगारों की पहचान की है. बताया जा रहा है कि हत्याकांड के बाद दिल्ली में इन 3 लोगों ने असद की मदद की थी। हत्याकांड के बाद असद दिल्ली में छिपा हुआ था। दिल्ली से असद ने एक शख्स को मेरठ भेजा था, जहां से पैसे मंगाए थे. सूत्रों के मुताबिक, अतीक का पुराना ड्राइवर दिल्ली में रहता है।  उसने मेरठ से पैसे लाकर असद को दिए थे।

24 फरवरी को प्रयागराज में कर दी गई थी उमेश पाल की हत्या

बता दें कि प्रयागराज में बीते 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके सुरक्षा कर्मियों की बदमाशों ने गोली और बम मारकर हत्या कर दी थी। उमेश पाल कुछ साल पहले हुई राजू पाल की हत्या के मामले में गवाह थे। 24 फरवरी को उमेश गाड़ी से उतर रहे थे, उसी दौरान बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर हत्या कर दी थी। इस दौरान उमेश के साथ उनके गनर की भी मौत हो गई थी। बदमाशों ने इस हत्याकांड को 44 सेकेंड में अंजाम दिया था।

पढ़ें :- माफिया अशरफ के साले जैद के अवैध निर्माण पर गरजेगा पीडीए का बुलडोजर, ध्वस्तीकरण का आदेश जारी

इन टॉपिक्स पर और पढ़ें:
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...