लखनऊ विश्विद्यालय (Lucknow University) में मंगलवार को दो गुट आपस में भिड़ गए।रोहित वेमुला अमर रहे और जय श्री राम के नारों से पूरा कैंपस गूंजा । समाजवादी छात्र महासभा (Samajwadi Student Wing) ने जहां रोहित वेमुला की 7वीं पुण्यतिथि को लेकर छात्रों ने कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम के नारों को लगाकर इसका विरोध किया।
लखनऊ। लखनऊ विश्विद्यालय (Lucknow University) में मंगलवार को दो गुट आपस में भिड़ गए।रोहित वेमुला अमर रहे और जय श्री राम के नारों से पूरा कैंपस गूंजा । समाजवादी छात्र महासभा (Samajwadi Student Wing) ने जहां रोहित वेमुला की 7वीं पुण्यतिथि को लेकर छात्रों ने कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम के नारों को लगाकर इसका विरोध किया। समाजवादी छात्र महासभा (Samajwadi Student Wing) के पदाधिकारी महेंद्र कुमार यादव ने कहा कि भाजपा के गुंडों द्वारा विरोध करना दलित व छात्र विरोधी चेहरे को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि छात्रों के साथ यदि किसी प्रकार की घटना घटती है तो इसका लखनऊ विश्विद्यालय (Lucknow University) जिम्मेदार होगा।
लखनऊ विश्विद्यालय में दो गुट भिड़े, रोहित वेमुला अमर रहे और जय श्री राम के नारों से गूंजा पूरा कैंपस pic.twitter.com/Ot6Xk6yagT
— santosh singh (@SantoshGaharwar) January 17, 2023
लविवि में एक बार फिर छात्र संगठन और प्रशासन आमने-सामने है। ताजा प्रकरण तेलंगाना के छात्र रोहित वेमुला की 7वीं पुण्यतिथि को लेकर है। आइसा जहां कार्यक्रम आयोजन को लेकर अड़ा है। वहीं विवि प्रशासन ने नोटिस जारी किया है।
आइसा ने हाल ही में कैंपस में पर्चे बांटकर सूचित किया था कि 17 जनवरी को रोहित वेमुला की पुण्यतिथि पर टैगोर लॉन में एक परिचर्चा होगी। इसका विषय ‘शिक्षण संस्थानों में सामाजिक भेदभाव, हिंसा और राजनीतक विच-हंट’ है। इसके मुख्य वक्ता विवि के हिंदी विभाग के शिक्षक डॉ. रविकांत चंदन बनाए गए हैं जो पिछले दिनों काशी विश्वनाथ मंदिर को लेकर विवादित बयान देकर चर्चा में आए थे। इसकी सूचना पर प्रॉक्टर प्रो. राकेश द्विवेदी ने पर्चा बांटने वाले दो छात्रों को नोटिस जारी किया है।
नोटिस में धारा 144 और मिड सेमेस्टर परीक्षाओं व विवि प्रशासन की अनुमति के बिना कार्यक्रम कराने को गलत बताते हुए दो दिन में जवाब मांगा गया है। इसमें कहा गया है कि भ्रामक पर्चा बांटकर अव्यवस्था फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। नोटिस का जवाब न मिलने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। इस नोटिस के जवाब में आइसा के ट्वीटर हैंडल पर भी प्रॉक्टर को लेकर आपत्तिजनक शब्द लिखे गए हैं। प्रॉक्टर प्रो. द्विवेदी ने स्पष्ट किया कि बिना अनुमति कोई आयोजन कैंपस में नहीं होगा।
13 को ही दी थी सूचना
आइसा के जिला उपाध्यक्ष निखिल कुमार ने कहा कि विवि प्रशासन को इस कार्यक्रम के बारे में 13 जनवरी को ही सूचित किया था। खुले में कार्यक्रम होने के कारण अनुमति नहीं मांगी गई। आज जब अनुमति के लिए गया तो रजिस्ट्रार ने मना कर दिया। यह विवि प्रशासन की छात्रों के संवाद की प्रक्रिया को रोकने की गलत मंशा है। बावजूद इसके हम निर्धारित समय और जगह पर कार्यक्रम करेंगे।