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एमपी से ‘बेरोजगारी’ एक झटके में खत्म, अब बेरोजगार कहलाएंगे ‘आकांक्षी युवा’, कांग्रेस, बोली- मोदी जी को पसंद आया मोहन का आईडिया

मध्य प्रदेश में अब बेरोजगारों को बेरोजगार नहीं कहा जाएगा। ये बात हम नहीं कर रहे हैं बल्कि मोहन यादव सरकार (Mohan Yadav Government)  के मंत्री गौतम टेटवाल ने कहा कि प्रदेश के बेरोजगारों को अब आगे से बेरोजगार नहीं कहा जाएगा। इसके बाद हर किसी के मन में सवाल आता है कि आखिर बेरोजगारों को बेरोजगार नहीं कहा जाएगा तो क्या कहा जाएगा?

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में अब बेरोजगारों को बेरोजगार नहीं कहा जाएगा। ये बात हम नहीं कर रहे हैं बल्कि मोहन यादव सरकार (Mohan Yadav Government)  के मंत्री गौतम टेटवाल ने कहा कि प्रदेश के बेरोजगारों को अब आगे से बेरोजगार नहीं कहा जाएगा। इसके बाद हर किसी के मन में सवाल आता है कि आखिर बेरोजगारों को बेरोजगार नहीं कहा जाएगा तो क्या कहा जाएगा? मंत्री ने कहा कि अब ‘बेरोजगार’  की जगह पर ‘आकांक्षी युवा’ का शब्द इस्तेमाल किया जाएगा।

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सुनने में ये बात जरूर अटपटी लग रही हो, लेकिन यही सच है। अभी तक जिले और स्टेशनों का नाम बदलने का दौर चल रहा था, लेकिन पिछले कुछ समय से मध्य प्रदेश सरकार भी नाम बदलने की होड़ में लग गई है। सरकार ने कुछ दिन पहले ही कई गांवों का नाम बदला था। अब ये जानकारी मिली है कि बेरोजगार शब्द का ही नए शब्द का इस्तेमाल किया जाएगा।

तेजी से बढ़ा बेरोजगारी का आंकड़ा

मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक ,मध्य प्रदेश में साल 2024 में जुलाई के समय 25 लाख 82 हजार बेरोजगार थे। जबकि दिसंबर में ये संख्या बढ़कर 26 लाख 17 हजार हो गई। लेकिन अब ये आंकड़ा 29 लाख 36 हजार तक पहुंच चुका है। लेकिन अब ये बेरोजगार नहीं बल्कि ‘आकांक्षी युवा’ कहे जाएंगे। प्रदेश सरकार में कौशल विकास मंत्री गौतम टेटवाल ने कहा कि रोजगार कार्यालय में बेरोजगारों की रजिस्टर्ड संख्या बेरोजगारों से काफी अलग है। बेरोजगारों के मामले को समझाते हुए मंत्री ने कहा कि किसी दुकानदार का बेटा अपने पिता के साथ काम कर रहा है और बेरोजगारी लिस्ट में भी उसका नाम है तो वो बेरोजगार कैसे हुआ। उन्होंने बेरोजगारी की परिभाषा बताते हुए कहा कि यदि कोई युवा अपने या परिवार के तहत 12 हजार 646 रुपये की आय से कम कमाता है और उसे काम नहीं मिल रहा हो तब उसे बेरोजगार माना जा सकता है। इसको लेकर मंत्री ने दावा किया कि कुल मिलाकर मध्य प्रदेश में ऐसी स्थिति ही नहीं है।

आकांक्षी युवा कहलाएंगे बेरोजगार

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बेरोजगारों को आकांशी युवा नाम देने के पीछे सरकार का तर्क है कि यह बदलाव युवाओं के मनोबल को बढ़ाने के लिए किया गया है, किसी को बेरोजगार कहना अच्छा नहीं लगता इसी लिए उन्हें अब से आकांक्षी कहा जाएगा। वैसे सिंपल सी बात है बेरोजगारों का मनोबल बढ़ाना है तो उन्हें नए नाम की नहीं काम देने की जरूरत है।

मोदी जी पूरे देश में लागू करने पर कर रहे हैं विचार :  सुप्रिया श्रीनेत  

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत एक्स पोस्ट पर वीडियो शेयर कर लिखा कि सुनने में आ रहा है मोदी जी को मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार का आईडिया पसंद आया है। कहा कि पूरे देश में लागू करने पर विचार कर रहे हैं।

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 अब विपक्ष ले रहा मजे 

प्रदेश सरकार के इस फैसले की खिल्ली उड़ाई जा रही है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और पूरा विपक्ष मध्य प्रदेश सरकार के इस निर्णय पर हंस रहा है।

‘नाम बदलते रहो, तक़दीर खुद बदल जाएगी’

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‘मध्य प्रदेश की BJP सरकार का बेरोजगारी को जड़ से खत्म करने के लिए बड़ा मास्टरस्ट्रोक’

लोग सोशल मीडिया में मध्य प्रदेश सरकार का मजाक उड़ाते हुए लिख रहे हैं कि एमपी सरकार ने एक झटके में बेरोजगारों की समस्या का समाधान कर दिया है। अब मध्य प्रदेश में कोई भी बेरोजगार नहीं रह गया है। वैसे सवाल ये है कि अगर बेरोजगार को आकांक्षी युवा कहा जाएगा तो बेरोजगारी को सरकार क्या बोलेगी?

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