जबरन मजदूरी को बंद किए जाने के लिए अक्सर चर्चा होती रहती है. लेकिन इसका कहीं असर देखने को नहीं मिलता है. लिहाज़ा, इस मामले में तेजी से वृद्धि ही हो रही है.
नई दिल्ली. जबरन मजदूरी को बंद किए जाने के लिए अक्सर चर्चा होती रहती है. लेकिन इसका कहीं असर देखने को नहीं मिलता है. लिहाज़ा, इस मामले में तेजी से वृद्धि ही हो रही है. इसी बीच संयुक्त राष्ट्र ने इसको लेकर एक रिपोर्ट दी है जो बेहद ही चौकाने वाली है. रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया भर में करीब 50 मिलियन लोग जबरन मजदूरी या जबरन शादी में फंस गए हैं.
संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी देते हुए कहा कि हाल के वर्षों में इस आंकड़े में नाटकीय रूप से वृद्धि हुई है. बता दें कि, संयुक्त राष्ट्र ने 2030 तक सभी प्रकार की आधुनिक दासता को समाप्त करने का लक्ष्य रखा था लेकिन इसके बजाय एक नई रिपोर्ट के अनुसार, 2016 और 2021 के बीच जबरन श्रम, जबरन विवाह या बंधुआ मजदूरी में फंसे लोगों की संख्या में 10 मिलियन की वृद्धि हुई.
वॉक फ्री फाउंडेशन के साथ संयुक्त राष्ट्र के एक अध्ययन में ये आंकड़े सामने आये हैं. पिछले साल के अंत में 28 मिलियन लोग जबरन श्रम में थे जबकि 22 मिलियन जबरन विवाह के शिकार थे. चौंकाने वाली बात यह है कि रिपोर्ट में कहा गया है कि इसमें से करीब 14 प्रतिशत लोग राज्य के अधिकारियों द्वारा लगाए गए काम कर रहे थे. अमेरिका सहित कई देशों में अनिवार्य जेल श्रम के दुरुपयोग की भी बात सामने आई है.