UP Assembly Elections 2022 में बीजेपी हिंदुत्व की पिच पर उतरने की पूरी तैयारी कर ली है। इसी खेल को आगे बढ़ाते हुए बुधवार को यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (UP Deputy CM Keshav Prasad Maurya) ने बड़ा संकेत दिया है। केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने ट्वीट कर कहा कि अयोध्या और काशी भव्य मंदिर निर्माण जारी है और मथुरा की तैयारी है।
नई दिल्ली। UP Assembly Elections 2022 में बीजेपी हिंदुत्व की पिच पर उतरने की पूरी तैयारी कर ली है। इसी खेल को आगे बढ़ाते हुए बुधवार को यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (UP Deputy CM Keshav Prasad Maurya) ने बड़ा संकेत दिया है। केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने ट्वीट कर कहा कि अयोध्या और काशी भव्य मंदिर निर्माण जारी है और मथुरा की तैयारी है।
अयोध्या काशी भव्य मंदिर निर्माण जारी है
मथुरा की तैयारी है #जय_श्रीराम #जय_शिव_शम्भू #जय_श्री_राधे_कृष्ण— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) December 1, 2021
केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) के बयान से साफ हो गया है कि एक बार फिर बीजेपी अयोध्या-मथुरा-काशी के एजेंडे के सहारे चुनावी वैतरणी करने की जुगत में है। अयोध्या-काशी-मथुरा शुरू से ही बीजेपी के एजेंडे में शामिल है। अयोध्या में बाबरी मस्जिद और श्रीराम जन्मभूमि (Ram Janmabhoomi) का विवाद रहा, जिस पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला राममंदिर के पक्ष में आ गया।
इसके बाद से अयोध्या में राममंदिर निर्माण (Ram Temple Construction) का कार्य तेजी से चल रहा है। हिन्दु संगठनों की तरफ से दावा किया जाता है कि मथुरा की शाही ईदगाह मस्जिद (Shahi Idgah Mosque) जिस जमीन के ऊपर बनाई गई है, उसके नीचे ही कृष्ण जन्मभूमि (Krishna Janmabhoomi) है। मुगल शासक औरंगजेब (Mughal Emperor Aurangzeb) ने मंदिर तोड़कर यहां मस्जिद का निर्माण कराया था। इसी तरह काशी के विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर भी विवाद जारी है।
बीजेपी और वीएचपी (BJP and VHP) ने अयोध्या-मथुरा-काशी (Ayodhya-Mathura-Kashi) को लेकर देश भर में आंदोलन चलाया था, जिसमें अयोध्या मुद्दा सबसे ऊपर रहा था। राम जन्मभूमि आंदोलन (Ram Janmabhoomi Movement) के दौरान 6 दिंसबर 1992 में बाबरी मस्जिद को कारसेवकों ने विध्वंस कर दिया था। उस समय पीएचपी का एक नारा था- ‘बाबरी मस्जिद झांकी है, काशी- मथुरा (Mathura-Kashi)बाक़ी है’।
फिलहाल अभी भी काशी और मथुरा मामला जस का तस बना हुआ है। हालांकि, काशी में काशी विश्वानाथ कॉरिडोर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) बना रहा है। केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने अपना सियासी सफर वीएचपी से शुरू किया था। ऐसे में उन्होंने एक बार फिर से अयोध्या-काशी के बाद मथुरा की तैयारी का मुद्दा उठा दिया है।
13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) का उद्घाटन करेंगे। पीएम डिप्टी सीएम केशव मौर्य का यह बयान ऐसे समय आया है। जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) का उद्घाटन करने जा रहे हैं। कॉरिडोर (Corridor) का शिलान्यास मार्च 2019 में हुआ था और 2021 खत्म होते-होते काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) तैयार हो गया है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) के उद्घाटन कार्यक्रम के लिए देशभर के साधु-संतों और तमाम विशिष्ट लोग उपस्थित रहेंगे।
पीएम मोदी के काशी दौर पर ही केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने कहा कि जिस प्रकार से अयोध्या में श्री राम की जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण से देश ही नहीं, पूरी दुनिया के राम भक्तों में खुशी की लहर दौड़ गई। उसी तरह बाबा विश्वनाथ (Baba Vishwanath) के भव्य मंदिर का कॉरिडोर (Corridor) बना है। केशव का ‘मथुरा की बारी है’ का ट्वीट इसको देखते हुए आया है।