बताया जा रहा है कि 15 अगस्त तक नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति हो सकती है। दरअसल, भाजपा जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में जातीय और क्षेत्रिय समीकरण को साधने की केाशिश में जुटी है। प्रदेश नेतृत्व लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जिलाध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर लखनऊ से दिल्ली तक मंथन कर रहा है। बताया जा रहा है कि, पार्टी ने जुलाई में सभी जिलों में पर्यवेक्षक भेजकर जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के लिए पैनल तैयार कराया है।
UP BJP News: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) को लेकर तैयारियां शुरू हो गईं हैं। भाजपा भी इसी क्रम में तैयारियां तेज कर दी हैं। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। लिहाजा, भाजपा भी यहां पर जातीय और क्षेत्रिय समीकरण को साधने में जुटी हुई है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में भाजपा (BJP) संगठनात्मक जिलों में नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं।
बताया जा रहा है कि 15 अगस्त तक नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति हो सकती है। दरअसल, भाजपा जिलाध्यक्षों की नियुक्ति में जातीय और क्षेत्रिय समीकरण को साधने की केाशिश में जुटी है। प्रदेश नेतृत्व लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जिलाध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर लखनऊ से दिल्ली तक मंथन कर रहा है। बताया जा रहा है कि, पार्टी ने जुलाई में सभी जिलों में पर्यवेक्षक भेजकर जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के लिए पैनल तैयार कराया है।
पैनल में हर जिले से तीन से चार दावेदारों के नाम हैं। लेकिन इन नामों पर क्षेत्रीय अध्यक्षों के साथ मंथन नहीं हुआ है। उच्च स्तर पर हुए विचार में सभी छह क्षेत्रों में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन बनाना जरूरी है। अगड़ी, पिछड़ी और दलित वर्ग की सभी जातियों के साथ महिलाओं को प्रतिनिधित्व भी देना है।
इनका हटना तय
बताया जा रहा है कि, जिन जिलाध्यक्षों के दो से तीन कार्यकाल पूरे हो गए हैं उनका हटना लगभग तय माना जा रहा है। लेकिन जिन्हें विधानसभा चुनाव से पहले ही मौका मिला था या जिनका एक ही कार्यकाल पूरा हुआ है उन्हें छवि और कार्यशैली के अनुसार दूसरा मौका मिल सकता है। अगले सप्ताह जिलाध्यक्षों की तैनाती को लेकर सभी क्षेत्रीय अध्यक्षों और क्षेत्रीय प्रभारियों के साथ चर्चा होगी। उसके बाद कोर कमेटी में भी पैनल पेश किया जाएगा। जिलाध्यक्षों के नामों का अनंतिम पैनल तैयार कर उस पर राष्ट्रीय नेतृत्व की मंजूरी भी ली जाएगी।