UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतगणना के कुछ घंटे शेष है। इससे पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने मुख्य चुनाव आयुक्त (Chief Election Commissioner) को पत्र लिखा है। इस पत्र में सभी जिलों की सभी विधानसभा क्षेत्रों में मतगणना प्रक्रिया की वेबकास्टिंग (Webcasting) की मांग कराए जाने की मांग की है। सपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल (Naresh Uttam Patel) ने मांग कहा कि सभी राजनीतिक दलों को इसके लिए लिंक उपलब्ध कराया जाए ताकि इसे लाइव देखा जा सके।
UP Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतगणना के कुछ घंटे शेष है। इससे पहले समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने मुख्य चुनाव आयुक्त (Chief Election Commissioner) को पत्र लिखा है। इस पत्र में सभी जिलों की सभी विधानसभा क्षेत्रों में मतगणना प्रक्रिया की वेबकास्टिंग (Webcasting) की मांग कराए जाने की मांग की है। सपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल (Naresh Uttam Patel) ने मांग कहा कि सभी राजनीतिक दलों को इसके लिए लिंक उपलब्ध कराया जाए ताकि इसे लाइव देखा जा सके।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) March 9, 2022
सपा ने मुख्य चुनाव आयुक्त को भेजी चिट्ठी में लिखा कि यूपी विधान सामान्य निर्वाचन 2022 प्रदेश समस्त जनपद हर विधानसभा में दिन 50 प्रतिशत अधिक मतदेय पर वेबकांस्टिग आयोग, मुख्य निर्वाचन अधिकारी तथा निर्वाचन अधिकारी को दिया गया था। आयोग के अधिकारीगण मतदान को “लाईव” देख रहे थे।
नरेश उत्तम पटेल ने लिखा कि “10 मार्च 2022 मतगणना होगी। प्रदेश के सभी जिलों की हर विधानसभा में मतगणना की वेबकास्टिंग कराई जाय और उसका “लिंक” राजनीतिक दल को उपलब्ध कराया जाए ताकि वह “लाईव” देख सके, जिससे पारदर्शी, स्वतंत्र, निष्पक्ष मतगणना सम्पन्न हो।
अखिलेश यादव लगा चुके हैं गंभीर आरोप
निर्वाचन आयोग को भेजी चिट्ठी में सपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी पार्टी मांग करती कि 10 मार्च 2022 को प्रदेश समस्त जनपद हर सभा होने वाली मतगणना की वेबकांस्टिंग कराई जाय। निर्वाचन आयोग, अधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी सहित राजनैतिक दलों को उसका “लिंक” उपलब्ध कराया जाय। जिससे राजनीतिक दल मतगणना “लाईव” देख सके और मतगणना स्वतंत्र, निष्पक्ष सम्पन्न हो सके।
सपा ने यह मांग ऐसे वक्त में की है जब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को ईवीएम में ‘हेराफेरी’ का आरोप लगा चुका है। सपा नेता ने वाराणसी में ईवीएम के ट्रांसपोर्टेशन को लेकर सवाल किया था। हालांकि वाराणसी प्रशासन ने बाद अपनी चूक स्वीकार की थी।